नई दिल्ली। कोविड के मामलों की दूसरी लहर (Second wave of covid) तेजी से बढ़ रही है, इसलिए इन्फोसिस (Infosys), फेसबुक (Facebook), जेनपैक्ट (Genpact) और कॉग्निजेंट (Cognizant) जैसी कंपनियों ने कर्मचारियों से संपर्क साधा है और कई तरह से मदद की पेशकश की है। कंपनियां अपने कर्मचारियों को सलाह दे रही हैं कि वे अपने घरों से बाहर नहीं निकलें और अपने परिवार के स्वास्थ्य एवं सुरक्षा को प्राथमिकता दें। यह बात इसलिए अहम हो जाती है क्योंकि बहुत सी आईटी और तकनीकी कंपनियां घर से काम के माहौल की जून में समीक्षा करने जा रही थीं और उन्होंने कुछ कर्मचारियों को कार्यालय में फिर से बुलाना शुरू करने की योजना बनाई थी। लेकिन अब ऐसा लगता है कि घर से काम की अवधि को आगे बढ़ाया जाएगा।
अत्यधिक जरूरी नहीं हो तो घर से बाहर नहीं निकलें : इन्फोसिस
इन्फोसिस (Infosys) के मुख्य परिचालन अधिकारी यूबी प्रवीण राव ने सोमवार को अपने कर्मचारियों को एक ईमेल भेजा, जिसका शीर्षक था- ‘कोविड-19 की दूसरी लहर से सुरक्षित रहें’। इसमें बड़ी तादाद में नए मामले आने का हवाला दिया गया था। इस ईमेल में कहा गया, ‘मैंने आज यह ईमेल आपसे यह आग्रह करने के लिए लिखा है कि अपने और अपने परिवार के स्वास्थ्य को सभी चीजों से ऊपर रखें। सुरक्षा मास्क पहने बिना घर से बाहर नहीं निकलें, एक-दूसरे से दूरी बनाकर रखें और भीड़भाड़ एवं बंद जगहों पर जाने से बचें… हम आपसे आग्रह करते हैं कि अगर अत्यधिक जरूरी नहीं हो तो घर से बाहर नहीं निकलें।’ इन्फोसिस (Infosys) ने अपने सभी कर्मचारियों से कहा है कि अगर वे कारोबार निरंतरता योजना टीम का हिस्सा नहीं हैं और उन्हें कार्यालय आने की जरूरत नहीं है तो वे घर से ही काम करें।
फेसबुक इंडिया ने भी पूरी कंपनी में तीन सवैतनिक छुट्टियों की घोषणा की
फेसबुक इंडिया (Facebook India) ने भी पूरी कंपनी में तीन सवैतनिक छुट्टियों की घोषणा की है ताकि लोगों को आराम और तरोताजा होने के लिए अतिरिक्त समय दिया जा सके। फेसबुक इंडिया (Facebook India) के उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक अजित मोहन ने शनिवार को कर्मचारियों के साथ आंतरिक संवाद में कहा, ‘हम इस बात से अच्छी तरह वाकिफ हैं कि हम भारत में एक मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं और आपमें से भी बहुत से लोग थकान महसूस कर रहे होंगे। महामारी की विकराल स्थिति को देखते हुए हमारे लोग खुद की सुरक्षा की चुनौती बढऩे का सामना कर रहे हैं और बहुत से लोग देखभाल की अतिरिक्त जिम्मेदारियां निभा रहे हैं।’