कोच्चि: चितकारा विश्वविद्यालय ने भारतीय आभूषण व्यवसाय के आधुनिकीकरण, उद्यमशीलता और परोपकार में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए जॉय अलुक्कास को डॉक्टरेट ऑफ लिटरेचर (Honoris Causa) की उपाधि प्रदान की। इस विशेष दीक्षांत समारोह में चांसलर डॉ. अशोक के चितकारा, प्रो-चांसलर डॉ. मधु चितकारा, कुलपति डॉ. संधीर शर्मा, प्रो वाइस-चांसलर डॉ. कविता तरागी, प्रतिष्ठित संकाय सदस्य, विश्वविद्यालय अधिकारी और विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहे।
प्रो-चांसलर डॉ. मधु चितकारा ने इस अवसर पर कहा, “यह हमारे लिए गर्व की बात है कि हम जॉय अलुक्कास को डॉक्टरेट ऑफ लेटर्स (Honoris Causa) की उपाधि प्रदान कर रहे हैं। उनका करियर दूरदर्शी नेतृत्व की शक्ति को प्रदर्शित करता है, जो न केवल उद्योगों को बल्कि संपूर्ण समुदायों को आकार देने में सक्षम होता है।”
समारोह के बाद, जॉय अलुक्कास ने छात्रों और संकाय सदस्यों के साथ बातचीत की और उद्यमशीलता व सामाजिक उत्तरदायित्व के महत्व पर अपने विचार साझा किए। इसके बाद, चितकारा विश्वविद्यालय और जॉय अलुक्कास के बीच एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए, जिससे विश्वविद्यालय की उत्कृष्टता, अनुसंधान और सामुदायिक सेवा में प्रतिबद्धता और मजबूत हुई।
विश्व स्तरीय व्यवसायिक साम्राज्य के निर्माता
जॉय अलुक्कास ने भारतीय आभूषण खुदरा व्यापार को वैश्विक स्तर पर नई ऊंचाइयों तक पहुँचाया है। जॉयलुक्कास ग्रुप के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक के रूप में, उन्होंने 12 देशों में अपना व्यवसाय स्थापित किया है। 1987 में उन्होंने संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में अपना पहला आभूषण शोरूम खोला था, और आज जॉयलुक्कास दुनिया भर के कई देशों में एक प्रसिद्ध ब्रांड बन चुका है। वर्तमान में, जॉयलुक्कास के 12 देशों में 175 से अधिक शोरूम संचालित हो रहे हैं, जिससे यह दुनिया की सबसे बड़ी एकल-मालिकाना आभूषण खुदरा श्रृंखलाओं में से एक बन गया है।
आभूषणों के अलावा, जॉय अलुक्कास ने अपने व्यापार का विस्तार अन्य क्षेत्रों में भी किया है, जिसमें मनी एक्सचेंज – जॉयलुक्कास एक्सचेंज, फैशन और लाइफस्टाइल – जॉली सिल्क्स, और रियल एस्टेट – जॉयलुक्कास लाइफस्टाइल डेवलपर्स शामिल हैं। उन्हें कई प्रतिष्ठित सम्मान मिले हैं, जैसे फोर्ब्स वर्ल्ड बिलियनेयर्स लिस्ट, फोर्ब्स इंडिया की सबसे अमीर व्यक्तियों की सूची, बिजनेस एक्सीलेंस अवार्ड, दुबई क्वालिटी अवार्ड आदि।
सामाजिक उत्तरदायित्व और परोपकार
जॉयलुक्कास फाउंडेशन के माध्यम से, जॉय अलुक्कास ने कई सामाजिक पहल का नेतृत्व किया है, जिसमें आपदा राहत कार्य और ‘जॉय ऑफ होप’ छात्रवृत्ति कार्यक्रम शामिल हैं। उनके संघर्ष और सफलता की प्रेरणादायक यात्रा उनकी बेस्टसेलिंग आत्मकथा ‘स्प्रेडिंग जॉय’ में विस्तृत रूप से प्रस्तुत की गई है।