Jaipur. महामारी के दौरान वाहन उद्योग को प्रभावित करने वाली सेमीकंडक्टर चिप किल्लत (semiconductor chip shortage) शायद अब काफी हद तक समाप्त हो गई है, लेकिन कलपुर्जा आपूर्ति अभी पूरी तरह सामान्य नहीं होने से वाहन निर्माताओं को अपनी पूरी क्षमता के साथ उत्पादन करने में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। देश की सबसे बड़ी यात्री कार निर्माता मारुति सुजूकी इंडिया (Maruti Suzuki India) (एमएसआईएल) के मुख्य वित्तीय अधिकारी अजय सेठ ने कंपनी के तिमाही नतीजों की घोषणा के दौरान कहा कि अक्टूबर-दिसंबर की अवधि में इलेक्ट्रॉनिक कलपुर्जों की आपूर्ति (supply of electronic components) किल्लत पूर्ववर्ती तिमाही के मुकाबले थोड़ी बढ़ गई थी।
तीसरी तिमाही में 46,000 वाहन भी तैयार नहीं कर सकी मारुति सुजूकी
सेठ ने कहा, ‘कंपनी इस साल तीसरी तिमाही में 46,000 वाहन भी तैयार नहीं कर सकी। इलेक्ट्रॉनिक कलपुर्जों की सीमित उपलब्धता हमारे उत्पादन की योजनाओं में एक प्रमुख चुनौती है। इलेक्ट्रॉनिक कलपुर्जों की किल्लत अभी भी हमारे उत्पादन को प्रभावित कर रही है।’ उन्होंने कहा कि इस साल की तिमाही के अंत तक करीब 3,63,000 वाहनों के ग्राहक ऑर्डर लंबित थे, जिनमें से करीब 11,90,000 ऑर्डर नए पेश हुए मॉडलों के लिए थे। इसी तरह, जहां महिंद्रा ऐंड महिंद्रा (एमऐंडएम) ने हाल में क्षमता विस्तार योजनाओं की घोषणा की है, वहीं वह आपूर्ति समस्याओं की वजह से अपनी मौजूदा क्षमता का पूरी तरह इस्तेमाल करने में सक्षम नहीं है।