चना के भाव घटकर 4,000 रुपये प्रति क्विंटल
आंध्रप्रदेश की मंडियों में चना की नई फसल की आवक शुरू हो चुकी है, नेफेड के अनुसार राज्य की मंडियों में चना के भाव घटकर 3,600 से 4,000 रुपये प्रति क्विंटल रह गए हैं, जबकि केंद्र सरकार ने चालू रबी विपणन सीजन 2020-21 के लिए चना का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएएपी) 4,875 रुपये प्रति क्विंटल तय किया हुआ है। कर्नाटक की गुलबर्गा मंडी के दलहन कारोबारी चंद्रशेखर एस नादर ने बताया कि मंडी में चना के भाव घटकर 3,800 से 4,000 रुपये प्रति क्विंटल रह गए हैं, उन्होंने बताया कि चालू महीने के मध्य तक दैनिक आवक और बढ़ेगी।
अप्रैल में उत्पादक मंडियों में चना की आवकों का दबाव रहेगा
लारेंस रोड़ के दलहन कारोबारी राधाकिशन गुप्ता ने बताया कि आंध्रप्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र की मंडियों में नए चना की आवक शुरू हो गई है, तथा मौसम साफ रहा तो चालू महीने के मध्य तक मध्य प्रदेश की मंडियों में भी नई फसल की आवक शुरू हो जायेगी तथा राजस्थान में चालू महीने के अंत तक नया चना आयेगा। अप्रैल में उत्पादक मंडियों में चना की आवकों का दबाव रहेगा। उन्होंने बताया कि चालू सीजन में चना का रिकार्ड उत्पादन होने का अनुमान है, जबकि नेफेड के पास पुराना स्टॉक भी बचा हुआ है इसीलिए दाल मिलों की मांग कमजोर है। लारेंस रोड़ पर 3,950 से 4,050 रुपये प्रति क्विंटल की दर से चना में व्यापार हो रहा है।