jaipur: कोविड-19 महामारी से हलाकान होने के बाद मल्टीप्लेक्टस थिएटर परिचालकों के लिए इस साल मार्च का महीना शानदार रहा। मल्टीप्लेक्स उद्योग की शीर्ष निकाय मल्टीप्लेक्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने खुलासा किया है कि उसने मार्च महीने में 1,500 करोड़ रुपये का बॉक्स ऑफिस राजस्व हासिल किया है जो किसी महीने के लिहाज से अब तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन है। मासिक राजस्व के तौर पर इससे पहले का रिकॉर्ड 1,200 करोड़ रुपये का रहा है। अप्रैल के अंतिम आंकड़े का मिलान अभी भी किया जा रहा है लेकिन उम्मीद की जा रही है कि यह मार्च के स्तर जितना ही रह सकता है। इसकी वजह दबी हुई मांग बताई जा रही है। उद्योग का मानना है कि अब वह वित्त वर्ष 2023 में 15,500 करोड़ रुपये का बॉक्स ऑफिस राजस्व अर्जित करने की ओर बढ़ रहा है। ऐसा होने पर यह महामारी से ऐन पहले वित्त वर्ष 2020 के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से बेहतर प्रदर्शन होगा।
संघ के अध्यक्ष और पीवीआर लिमिटेड में कारोबार रणनीति तथा योजना के प्रमुख कमल ज्ञानचंदानी परिणाम से काफी खुश हैं। उन्होंने कहा, ‘सभी स्क्रीन खुलने और क्षमता को लेकर सरकार की तरफ से कोई प्रतिबंध नहीं होने तथा फिल्म देखने वालों का बड़ी संख्या में आने से इस साल मार्च महीने में उद्योग को रिकॉर्ड कमाई हुई है।’
मार्च और अप्रैल के रुझानों के आधार पर ज्ञानचंदानी ने कहा कि उद्योग के लिए वित्त वर्ष 2023 अब तक का सबसे अच्छा वर्ष हो सकता है जब समग्र राजस्व 14,500 करोड़ रुपये से 15,500 करोड़ रुपये पर पहुंचने की उम्मीद है।
उद्योग के अनुमानों से पता चलता है कि मल्टीप्लेक्स मालिक करीब 3,000 स्क्रीनों पर नियंत्रण रखते हैं जिनमें से कुछ बंद हो चुके हैं या फिर महामारी के दौरान दूसरे के नियंत्रण में चले गए। यह फिलहाल स्पष्ट नहीं है कि 350 से 400 जो नए स्क्रीन ठंडे बस्ते में चले गए थे या पूरा होने के विभिन्न चरणों में थे, वे बाजार में आए हैं कि नहीं।
इसके अलावा, कुछ महीने पहले ही पीवीआर और इनबॉक्स ने घोषणा की थी कि उनका विलय होने जा रहा है जिसके बाद उनके पास 1,500 से अधिक स्क्रीन होगी। यह संख्या देश में उपलब्ध कुल मल्टीप्लेक्स की करीब आधी है।