नई दिल्ली : ब्लैकमनी को व्हाइट करने में लगे चार्टर्ड अकाउंटेंट, लीगल फर्म और वकीलों पर सरकार की नजर है। ऐसा करने वालों के खिलाफ सरकार सख्त कार्रवाई करेगी। इनकम टैक्स विभाग ऐसे लोगों पर कड़ी निगरानी रख रहा है। सूत्रों का कहना है कि आयकर विभाग 100 से ज्यादा एंट्री आपरेटर के खिलाफ केस दर्ज करेगा। नोटबंदी के दौरान एंट्री ऑपरेटर की बड़े पैमाने पर हेराफेरी पकड़ी गई थी। एंट्री आपरेटर पर 3-5 फीसदी कमीशन लेकर हेराफेरी का आरोप है। आयकर विभाग की जांच में ऑपरेटरों ने गलती स्वीकार भी की थी। बताया जा रहा है कि आयकर विभाग की ओर से सेक्शन 277-ए के तहत कार्रवाई हो सकती है। आयकर विभाग की जांच में कोलकाता में सबसे ज्यादा शेल कंपनियां सामने आई हैं। बता दें कि एंट्री ऑपरेटर कमीशन लेकर कॉर्पोरेट और कारोबारियों का काला धन सफेद करने का काम करते हैं। वास्तव में ये चार्टर्ड अकाउंटेंट या वकीलों की फर्म होती है जिनके नाम पर फर्जी बैंक खातों के अलावा शेल कंपनियां रजिस्टर्ड होती हैं जहां वो ट्रिपिंग या मनी सर्कुलेट करते हैं ताकि पैसों का ओरिजिन पता न चल सके।