अहमदाबाद. देश के सबसे बड़े लक्ज़री सर्फेस और बाथवेयर सॉल्यूशंस ब्रांड्स में से एक, एशियन ग्रेनिटो इंडिया लिमिटेड (एजीएल) ने 31 दिसंबर 2024 को समाप्त वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही और नौ महीनों के दौरान परिचालन और वित्तीय प्रदर्शन में सुधार की सूचना दी है। मार्जिन मैं बढ़ोतरी और गैस की कीमतों में मामूली कमी के कारण साल-दर-साल 955% की वृद्धि होने से वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही के लिए एबिटा रु. 16 करोड (एबिटा मार्जिन 4.41%) रही।
घरेलू मांग में नरमी और टाइल निर्यात में जारी कमजोरी के कारण वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में कंपनी की समेकित शुद्ध बिक्री रु. 360 करोड दर्ज की गई, जबकि वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में रु. 371 करोड की शुद्ध बिक्री हुई थी। क्वार्ट्ज में निर्यात के कारण वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में निर्यात रु. 79 करोड दर्ज की गई, जो वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में रु. 60 करोड की तुलना में 22% की वृद्धि है। कंपनी ने 31 दिसंबर 2024 को समाप्त वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही के लिए रु. 1 करोड का समेकित शुद्ध घाटा दर्ज किया है, जबकि वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही के लिए रु. 8 करोड का शुद्ध घाटा हुआ था।
परिणामों और प्रदर्शन पर टिप्पणी करते हुए कंपनी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक कमलेश पटेल ने कहा कि, "एजीएल डिमर्जर, रिटेल उपस्थिति और शोरूम का विस्तार, रणबीर कपूर को ब्रांड एंबेसडर नियुक्त करने जैसी रणनीतिक पहल विकास और वैश्विक ब्रांड बनने की महत्वाकांक्षा के प्रति हमारी मजबूत प्रतिबद्धता को दर्शाती है। कंपनी रु. 6,000 करोड के कुल राजस्व लक्ष्य को प्राप्त करने के दीर्घकालिक दृष्टिकोण के साथ प्रतिबद्ध है। व्यापार और मार्जिन दोनों को प्रभावित करने वाली कच्चे माल की लागत में उतार-चढ़ाव, निर्यात नीतियों और अधिकतम प्रतिस्पर्धा जैसी चुनौतियों का सामना करने के बावजूद, कंपनी ने वित्त वर्ष 2025 की तीसरी और नौ महीनों के लिए मजबूत नतीजे पेश किए हैं। भारतीय सिरेमिक उद्योग में एक प्रमुख कंपनी के रूप में, कंपनी का लक्ष्य ग्राहक संरेखण और विकास को बढ़ाने के लिए निरंतर प्रोडक्ट डेवलपमेन्ट, नए डिजाइन और उन्नत मेन्युफेक्चरिंग टेक्नोलोजी के माध्यम से बाजार हिस्सेदारी बढ़ाना है।”
वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही के लिए स्टेंडअलोन परिणामः
कंपनी ने 31 दिसंबर 2024 को समाप्त वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही के लिए रु. 2 करोड का स्टेंडअलोन शुद्ध लाभ दर्ज किया है, जबकि वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में रु. 6 करोड का शुद्ध लाभ हुआ था। कम कीमत वसूली के कारण वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही के लिए स्टेंडअलोन शुद्ध बिक्री 8% की नकारात्मक वृद्धि के साथ रु. 295 करोड हो गई, जबकि वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में रु. 320 करोड की शुद्ध बिक्री हुई थी। वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही के लिए एबिटा रु. 4 करोड (एबिटा मार्जिन 1.36%) रही, जबकि वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में एबिटा रु. 5 करोड (एबिटा मार्जिन 1.63%) थी।