नई दिल्ली. दिल्ली डेवलपमेंट अथॉरिटी (DDA) जल्द ही एक नई हाउसिंग स्कीम लेकर आ रही है। हालांकि कंपनी के द्वारा इस साल तुलनात्मक रुप से कम संख्या में फ्लैट बन कर तैयार होंगे। जानकारी के मुताबिक इस साल सिंगल बेडरुम (वन बीएचके) वाले फ्लैट्स बन कर तैयार होंगे जो मुख्य रुप से आर्थिक रुप से कमजोर लोगों (EWS) को लिए होगी। मीडिया रिपोर्ट के हवाले से ये खबर सामने आई है। एजेंसियां इसके लिए 25 मार्च से ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू करने जा रही है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस साल कुल 20980 फ्लैट बना कर तैयार किए जायेंगे जिनमें 3622 फ्लैट आर्थिक रुप से कमजोर लोगों (EWS) के लिए है। इनके अलावा 16,298 फ्लैट कम आय वाले लोगों (Low-Income Group) के लिए होगा, 579 फ्लैट मध्यमवर्गीय आय वाले (Middle Income Group) के लिए होंगे जबकि 488 फ्लैट अधिकतम आय वाले लोगों (High-Income Group) के आवंटन के लिए होगा। बहरहाल जानते हैं इसके लिए क्या होगी आवेदन की प्रक्रिया, कितनी है रजिस्ट्रेशन फीस और क्या है योग्यता-
रजिस्ट्रेशन फीस
डीडीए में आवेदन की अर्जी के साथ आपको शुरुआती रकम भी देनी होगी। ईडब्लूएस कैटेगरी वालों को 25 हजार रुपए देने होंगे। वहीं एलआईजी कैटेगरी के फ्लैट का आवेदन देने के लिए 1 लाख रुपए देने होंगे। एमआईजी और एचआईजी फ्लैट के लिए अर्जी के साथ 2 लाख रुपए देने होंगे। किस-किस एरिया में बनाए जायेंगे ये फ्लैट वसंत कुंज, द्वारका, रोहिणी, नरेला, सिरसपुर इत्यादि।
क्या है योग्यता
आवेदक भारत का नागरिक होना चाहिए। आवेदक और उससे जुड़े परिवार (पति/पत्नी/बच्चे) जो पूरी तरह उस पर निर्भर है उनके पास कोई अपना खुद का घर नहीं हो। आवेदक किसी प्रकार का ज्वाइंट प्लॉट का मालिक नहीं होना चाहिए, और ना ही 66.9 स्क्वायर फीट क्षेत्रफल से ज्यादा किसी जमीन का मालिक होना चाहिए। अगर किसी को पहले से ही डीडीए की तरफ से हाउस या फ्लैट आवंटित कर दिया गया है तो वह दोबारा इसके लिए हकदार नहीं होगा।
जरूरी दस्तावेज
पति/पत्नी के रिश्ते को लेकर हलफनामा (एफिडेविट) दिल्ली में किसी प्रकार की संपत्ति के मालिक नहीं है इसका एफिडेविट अपने और पार्टनर (पति/पत्नी) की तीन फोटो और हस्ताक्षर बैंक पासबुक की सेल्फ अटेस्टेड कॉपी (जिस बैंक का अकाउंट नंबर आवेदन पर उल्लिखित हो) पिछले एक साल की आयकर रिटर्न दस्तावेज आईटीआर भुगतान का सबूत डिटेल खुद की और अपने पार्टनर (पति/पत्नी) का पहचान पत्र और पता (आईडी प्रूफ और एड्रेस प्रूफ) गौरतलब है कि ये पहली बार है जब डीडीए के लिए आवेदन करने के लिए पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन कर दी गई है। 2014 और 2017 में दो हाउसिंग प्रोजेक्ट योजना फेल हो जाने के बाद इस साल अथॉरिटी ने योजना के सफल होने की उम्मीद जताई है।