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अलवर : जीरो सेटबैक पर बन रहे बहुमंजिला भवन

रोहित शर्मा. अलवर. अलवर शहर में इन दिनों नियमों के विरुद्ध बन रही इमारतों कि जैसे बाढ़ से आ गई है, शहर में हर तरफ नियमों को तक पर रखकर बिल्डिंगों का निर्माण हो रहा है। खास बात यह है कि ना तो अवैध निर्माणों पर नगर निगम कोई तत्परता से कार्यवाही कर रहा है और ना ही नगर विकास न्यास। ऐसा लग रहा है मानो जैसे अलवर शहर भूमाफिया और नियमों को अपनी जूती कि नोक पर रखने वाले रसूखदार लोगों का शहर बन गया है।

ऐसा ही एक ताजा मामला अलवर की सबसे पुरानी, सबसे खूबसूरत और सबसे बेहतरीन प्लानिंग से बनी कॉलोनी मनु मार्ग में देखने को मिला है। जहां एक भवन मालिक ने लगभग 1500 वर्ग गज की बिल्डिंग को जीरो सेटबैक पर बना दिया है और जीरो सेट बैक में दुकानें भी निकाल दी है जो की भवन विनियम 2020 के नियमों के विरुद्ध है। वहीं दूसरी तरफ इसी मॉल के साइड में बने कैपिटल गैलरिया मॉल ने अपने मॉल के पीछे लगभग 18 फीट का सेट बैक छोड़ा हुआ है जो नियम अनुसार छोडऩा जरूरी होता है जबकि वर्तमान में बन रही बिल्डिंग के मलिक ने जीरो सेटबैक पर बिल्डिंग को बना दिया है। अब सोचने वाली बात यह है कि एक ही सड़क पर दो भवनों के लिए दो अलग-अलग नियम कैसे हो सकते हैं।

राजस्थान विनियम 2020 का नियम क्या

विनियम 2020 राजस्थान के अनुसार 1000 से 1500 वर्ग मीटर के भवनों में निर्माण के दौरान भवन के दोनों साइड और पीछे की ओर 4.5 मीटर न्यूनतम सेटबैक छोडऩा अनिवार्य है और अग्र सेटबैक सड़क की चौड़ाई के अनुरूप छोडऩा होता है वर्तमान में नगर विकास न्यास कि योजना के अनुसार मनु मार्ग की सड़क की चौड़ाई 36 मीटर है और 36 मीटर चौड़ी सड़क पर 9.0 मी अग्र सेटबैक छोडऩा जरूरी है। लेकिन जीरो सेटबैक पर बन रही इस इमारत ने पीछे की ओर जीरो सेटबैक कर दिया है और आगे की और भी सेटबैक बहुत काम छोड़ा हुआ है। जिसकी वजह से इस बिल्डिंग के आगे की ओर तो वाहनों का जाम लग ही सकता है। पीछे की तरफ बनी कॉलोनी में भी जाम की समस्या बढऩे वाली है।

नगर निगम की नाक के नीचे हो रहा खेल

नगर निगम की नाक के नीचे महज 500 मीटर की दूरी पर एक बहु मंजिला इमारत का निर्माण जीरो सेटबैक पर हो गया है और नगर निगम के अधिकारियों को इसकी खबर भी नहीं है। ऐसा उस शहर में हो रहा है जहां की जनता को वर्तमान में दो मंत्री मिले हैं, अगर दो मंत्री मिलने के बाद भी अलवर शहर नियमों के विरुद्ध बनने वाली इमारतों का गढ़ बनता जा रहा है तो यह अलवर की राजनीति के लिए बड़ी शर्म की बात है और जनता के साथ विश्वासघात है।

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