मुंबई| लग्ज़री कार निर्माता मर्सिडीज़-बेंज ने एक समर्पित मॉड्युलर आर्किटेक्चर पर निर्मित टॉप-एंड ऑल-इलेक्ट्रिक लग्ज़री इलेक्ट्रिक सलून पेश करके भारतीय बाजार के लिए जबरदस्त लग्ज़री इलेक्ट्रिकल वाहन रोडमैप तैयार किया। मर्सिडीज़-एएमजी ईक्यू 53 4मेटिक 2022 में भारतीय बाजार में पेश की जाने वाली तीन नई लग्ज़री इलेक्ट्रिक वाहनों की श्रृंखला में पहला वाहन है।
लग्ज़री एवं एग्ज़िक्यूटिव क्लास वाहनों के लिए मर्सिडीज़ ईक्यू आर्किटेक्चर पर आधारित यह पहला ऑल-इलेक्ट्रिक एएमजी प्रोडक्शन मॉडल सुगमता से मर्सिडीज़-बेंज की ग्रुप-वाईड इलेक्ट्रिक योजना में फिट हो जाता है। पहले इलेक्ट्रिक एएमजी का लॉन्च भारत में लग्ज़री परफॉर्मेंस सेगमेंट में इलेक्ट्रिफिकेशन की शुरुआत करने और भविष्य में क्लाईमेट न्यूट्रल कार की ओर परिवर्तन के लिए मर्सिडीज़-बेंज की प्रतिबद्धता दर्शाता है।
इस अवसर पर मार्टिन श्वेंक, मैनेजिंग डायरेक्टर एवं सीईओ, मर्सिडीज़-बेंज इंडिया ने कहा, ‘‘हम भारतीय बाजार के लिए जबरदस्त इलेक्ट्रिक वाहन रोडमैप तैयार कर रहे हैं और एएमजी ईक्यूएस 53 4मेटिक+ हमारी पहली ऑल-इलेक्ट्रिक लग्ज़री परफॉर्मेंस सलून है, जो हमारे इलेक्ट्रिक वाहन की प्रस्तुतियों की शुरुआत कर रही है। इस लग्ज़री परफॉर्मेंस सलून के साथ हमें विश्वास है कि हमसे वो नए ग्राहक जुड़ेंगे, जो इनोवेटिव इलेक्ट्रिक मोबिलिटी, स्पोर्टीनेस और बेहतरीन ड्राईविंग डाईनैमिक्स एक लग्ज़रीपूर्ण वातावरण में चाहते हैं। एएमजी ईक्यूएस 53 के ग्राहकों को ड्राईव सिस्टम, सस्पेंशन, ब्रेक और भावनाशील साउंड स्पेक्ट्रम में एएमजी-स्पेसिफिक समाधानों के साथ डाईनैमिक और भावनापूर्ण ड्राईविंग का अनुभव मिलेगा।”
परफॉर्मेंस पर केंद्रित ड्राईव कॉन्सेप्ट के आधार पर नई मर्सिडीज़-एएमजी ईक्यूएस 53 4मेटिक+ में 107.8 किलोवॉटघंटा की शक्तिशाली बैटरी लगी है। फ्रंट और रियर एक्सल में एक-एक मोटर के साथ शक्तिशाली इलेक्ट्रिक पॉवरट्रेन पूरी तरह से वैरियेबल एएमजी परफॉर्मेंस 4मेटिक+ ऑल-व्हील ड्राईव प्रदान करता है, जो सभी ड्राईविंग परिस्थितियों में ड्राईव पॉवर को पूरी तरह से एस्फाल्ट तक पहुँचा देता है।
स्टैंडर्ड के रूप में उपलब्ध एएमजी डाईनैमिक प्लस पैकेज के साथ कार का सर्वाधिक आउटपुट बूस्ट फंक्शन के साथ रेस स्टार्ट मोड में 560 किलोवॉट (761 हॉर्सपॉवर) तक है। इस स्थिति में यह लग्ज़री सलून कम से कम 75 प्रतिशत बैटरी चार्ज लेवल पर 3.4 सेकंड में 0 से 100 किलोमीटर/घंटा तक की गति पर पहुँच जाती है और यह 250 किलोमीटर/घंट की शीर्ष रफ्तार पकड़ सकती है।