मुंबई। टेलीविजन विज्ञापनों की आवक इस साल नवंबर और दिसंबर में सुस्त पडऩे के आसार हैं। यह अनुमान शीर्ष मीडिया एजेंसियां और विशेषज्ञ जता रहे हैं। देश में सबसे लोकप्रिय खेल आयोजनों में एक इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) (IPL 2020) के समय टीवी विज्ञापनों की आवक पांच साल के सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गई थी।
विज्ञापन पर खूब पैसा खर्च किया
नवंबर और दिसंबर में विज्ञापन सुस्त रहने की वजह इस साल त्योहारी सीजन विज्ञापनों और आईपीएल का अनोखा मेल है। इसके चलते कंपनियों ने सितंबर-अक्टूबर और नवंबर के पहले 10 दिनों के दौरान विज्ञापन पर खूब पैसा खर्च किया ताकि उन्हें खर्च किए जाने वाले पैसे का ज्यादा से ज्यादा फायदा मिल सके।
लोकप्रिय कार्यक्रम नहीं जो दर्शकों को लुभा सकें
विशेषज्ञों का कहना है कि अब आईपीएल समाप्त हो चुका है। इस वजह से अब ऐसे बहुत से लोकप्रिय कार्यक्रम नहीं हैं, जो दर्शकों को लुभा सकें। एलारा कैपिटल के उपाध्यक्ष (अनुसंधान) करण तौरानी ने कहा, ‘इस समय टेलीविजन पर कौन बनेगा करोड़पति (Kaun banega crorepati) है, जो जल्द ही समाप्त हो जाएगा और उसकी जगह इंडियन आइडल (Indian Idol) शुरू होगा। बिग बॉस (Big boss) कुछ समय चलता रहेगा। खेल चैनलों पर भारत-ऑस्ट्रेलिया match series प्रसारित होगी।’
विज्ञापनों की अगली बहार मार्च-अप्रैल में
तौरानी कहते हैं, ‘ये कार्यक्रम विज्ञापन के लिहाज से पर्याप्त नहीं होने के आसार हैं। मेरा मानना है कि विज्ञापनों की अगली बहार मार्च-अप्रैल में आएगी। उस समय आईपीएल का 2021 संस्करण (IPL 2021) शुरू होगा।’ मीडिया विशेषज्ञों का मानना है कि वॉल्यूम के लिहाज से टेलीविजन विज्ञापन नवंबर और दिसंबर में कम से कम पांच से आठ फीसदी कम रहने के आसार हैं। इससे कुल विज्ञापन वृद्धि दर पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है।
आईपीएल के 2020 संस्करण से 2,500 करोड़ रुपये से अधिक विज्ञापन राजस्व
सलाहकार कंपनी केपीएमजी ने हाल में एक रिपोर्ट में कहा था कि टीवी विज्ञापन में वित्त वर्ष 2021 के दौरान नौ फीसदी गिरावट आएगी। इस पर कोविड-19 महामारी और विज्ञापनदाताओं के विज्ञापन बजट कम करने का असर पड़ेगा। रिपोर्ट में कहा गया कि इसका एकमात्र अपवाद आईपीएल होगा, जिसमें विज्ञापन से खूब पैसा आएगा क्योंकि इसका आयोजन त्योहारी सीजन के आसपास हो रहा है। अनुमान है कि प्रसारक स्टार-डिज्नी (Star disney Hotstar) ने आईपीएल के 2020 (IPL 2020) संस्करण से 2,500 करोड़ रुपये से अधिक विज्ञापन राजस्व कमाया है, जो पिछले साल आईपीएल के विज्ञापन राजस्व 2,100 करोड़ रुपये से अधिक है।