बजट से पहले 5.78 करोड़ करदाताओं का किया विश्लेषण
पांडेय का कहना है कि कम-से-कम 80 फीसद लोग नई कर व्यवस्था अपनाएंगे। सरकार ने बजट से पहले 5.78 करोड़ करदाताओं का विश्लेषण किया था और पाया कि 69 फीसद लोगों को नई व्यवस्था अपनाने पर बचत होगी, जबकि 11 फीसद ऐसे हैं जो पुरानी व्यवस्था को पसंद करते हैं। 20 फीसद करदाताओं में से कुछ लोग कागजी काम से बचना चाहते होंगे और नई व्यवस्था अपनाने की इच्छा रखते हों।
लोगों को नई कर व्यवस्था लगेगी फायदेमंद
पांडेय ने बताया कि कंपनी टैक्स में जब सितंबर में कटौती हुई तो उन्हें भी इसी प्रकार का विकल्प दिया गया और 90 फीसद कंपनियों ने कम टैक्स को लेकर छूट मुक्त व्यवस्था को अपनाया। ज्यादातर लोगों को नई कर व्यवस्था फायदेमंद लगेगी।
अब ये है नई आयकर स्लैब
नई कर व्यवस्था के मुताबिक इस व्यक्तिगत आयकर की नई व्यवस्था में 2.5 लाख रुपये से 5 लाख रुपये की आय पर 5 फीसद की दर से, 5 से 7.5 लाख रुपये पर 10 फीसद, 7.50 से 10 लाख रुपये पर 15 फीसद, 10 लाख रुपये से 12.5 लाख रुपये की आय पर 20 फीसद और 12.5 से 15 लाख रुपये की आय पर 25 फीसद तथा 15 लाख रुपये से ऊपर की आय पर 30 फीसद की दर से कर लगाने का प्रस्ताव किया गया है।