नई दिल्ली। टीजेएपीएसकेबीएसके (Tapshil Jati Adibasi Praktan Sainik Krishi Bikash Shilpa Kendra) पश्चिम बंगाल में 18 जिलों के अंतर्गत 204 ब्लॉकों में काम कर रहा है, जिसमें 6500 कर्मचारी कामयाबी के द्वार पर दस्तक दे रहे हैं। कर्मचारी इस संगठन के समर्पित कर्मचारियों के रूप में आय के एक स्थायी स्रोत को सुरक्षित करने जा रहे हैं। यह जानकारी सचिव सोमेंन कोले ने दी। यह संगठन राज्य के चारों ओर काफी हद तक लाख संस्कृति में सहज सेवा प्रदान कर रहा है।
यह कार्य कर रहा संगठन
बंगाल की संस्कृति इस संगठन के तीव्र सहयोग से पश्चिम बंगाल के हर जिले में सेरीकल्चर, पिसीकल्चर, मशरूम, वर्मीकम्पोस्ट, बायो फ्लॉक, दाल, बाजरा भारी मात्रा में विकसित हो रहा है। इन के अलावा टीजेएपीएसकेबीएसके कड़कनाथ मुर्गी, मरिंगस, बी-फार्मिंग, समग्र कृषि खेती के लिए काम करने के लिए प्रमुख योजनाओं को अपना रहा है। इसके अलावा, संगठन ने कार्य की रणनीति को बढ़ावा देने और आर्थिक लाभ उत्पन्न करने के लिए बाजार में लाख और मशरूम का निर्यात करने में कामयाबी हासिल की है। टीजेएपीएसकेबीएसके बहुत जल्द लाक संस्कृति पर एक संगोष्ठी आयोजित करने की योजना बना रहा है। भारत पहले कभी इस तरह की संगोष्ठी में नहीं आया है।