मुंबई/नई दिल्ली| यात्री वाहन खंड में दो दिग्गज वाहन विनिर्माताओं – मारुति सुजूकी (maruti suzuki) और हुंडई (hundai) के बीच होड़ में मारुति की बाजार हिस्सेदारी जहां थोड़ी कम हुई है, वहीं हुंडई को अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने में मदद मिली है। हाल तक देश में बिकने वाली हर दो में से एक कार मारुति की होती थी। देश में नई कंपनियां एमजी मोटर इंडिया और किया मोटर्स सहित कुल 20 कार कंपनियां हैं।
मारुति और हुंडई की बाजार हिस्सेदारी 68 फीसदी
इनमें से मारुति (maruti) और हुंडई (hundai) की बाजार हिस्सेदारी 68 फीसदी से भी अधिक है। लेकिन हाल के समय में कारों की बिक्री में नरमी से हुंडई (hundai) को यात्री कार खंड में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने में मदद मिली है। चालू वित्त वर्ष के पहले पांच महीने में हुंडई की बाजार हिस्सेदारी 18.36 फीसदी पर पहुंच गई जबकि एक साल पहले इसी अवधि में उसकी हिस्सेदारी 15.6 फीसदी थी। बाजार हिस्सेदारी में यह वृद्घि पांच साल में सर्वाधिक है। कंपनी को कॉम्पैक्ट एसयूवी वेन्यू को बाजार में उतारने का लाभ मिला है। उधर अप्रैल-अगस्त 2019 में मारुति की बाजार हिस्सेदारी तीन साल के निचले स्तर 49.83 फीसदी रह गई है। हुंडई मोटर इंडिया में नैशनल सेल्स प्रमुख विकास जैन ने कहा, ‘वेन्यू से कंपनी की बिक्री में काफी वृद्घि हुई है।’ उन्होंने कहा कि वेन्यू के बाजार में आने के बाद से कंपनी ने 30,000 कारों की आपूर्ति की है जबकि इसे 90,000 से अधिक बुकिंग मिली है। कंपनी आपूर्ति में तेजी लाने के लिए उत्पादन बढ़ा रही है।