नई दिल्ली| केरल में आई बाढ़ का असर देश में कुछ मसालों की कीमतों पर दिख रहा है जिससे इस त्योहारी सीजन में मसालों का जायका महंगा पड़ सकता है। सबसे ज्यादा इलायची की कीमतों में उछाल देखी जा रही है। पिछले साल केरल में बाढ़ के कारण इलायची की फसल बरबाद होने से कीमतें पहले ही बढ़ रही थीं।
इस साल मॉनसून की शुरुआत में बारिश कम होने के कारण और अब बाढ़ के कारण इलायची महंगी हो रही है। हल्दी, जायफल, जावित्री, सोंठ पर भी महंगाई का असर पड़ा है। दिल्ली में मसालों के थोक बाजार खारी बावली में इलायची 4,800 रुपये से 5,250 रुपये किलो बिक रही है। महीने भर पहले इसके दाम 2,700 रुपये से 3,000 रुपये किलो थे। साल भर पहले इलायची 1,200 रुपये से 1,300 रुपये किलो बिक रही थी। इसके अलावा जायफल के दाम 470 रुपये से बढ़कर 650 रुपये, जावित्री के दाम 1,000 रुपये से बढ़कर 2,000 रुपये, सोंठ के दाम 170-180 रुपये से बढ़कर 280-290 रुपये किलो हो चुके हैं। हल्दी के दाम 60-90 रुपये से बढ़कर 70-100 रुपये किलो हो गए हैं। बाजार में काली मिर्च 350-400 रुपये और लौंग 570 रुपये किलो बिक रही है। खारी बावली के थोक मसाला कारोबारी प्रेम अरोड़ा ने बताया कि केरल में बाढ़ के कारण वहां पैदा होने वाले मसालों की कीमतों में तेजी देखी जा रही है।
सबसे ज्यादा तेजी इलायची की कीमतों में आई
दिल्ली में केरल से इलायची, जायफल, जावित्री, सोंठ आदि मसाले आते हैं। इनमें सबसे ज्यादा तेजी इलायची की कीमतों में आई है। इलायची पिछले साल के मुकाबले चार गुना तक महंगी बिक रही है। केरल में इलायची का कारोबार करने वाले अरुण अग्रवाल कहते हैं कि निश्चित रूप से बाढ़ का असर इलायची कीमतों पर पड़ रहा है। लेकिन इसमें इतनी तेजी का कारण पिछले साल बाढ़ से फसल बरबाद होना है। साथ ही इस साल शुरुआत में इलायची उत्पादक क्षेत्रों में कम बारिश आदि के कारण मौसम अनुकूल नहीं रहने के साथ अब बाढ़ की वजह से फसल को नुकसान हो सकता है जिससे इलायची के दाम बढ़ रहे हैं। इस समय खासकर उत्तरी भारत से इलायची की त्योहारी मांग बढऩे के कारण भी कीमतों में तेजी को बल मिला है। हालांकि दाम रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने के बाद इसकी कीमतों में कुछ नरमी भी संभव है।