क्लब ने रीको की खाली 9000 वर्गमीटर जमीन पर बनाया गार्डन, अब हो रहे शादी-समारोह, रीको ने नियमों को रखा ताक पर।
आवंटन की शर्तों में भी किया बदलाव।
सरकारी अधिकारी भी क्लब के सदस्यता सूची में शामिल, सदस्यता फीस है लाखों में।
मंजू सुराणा. जयपुर
विष्वकर्मा इंडस्ट्रीयल एसोसिएशन को वर्ष 2003 में रिक्रेशन क्लब बनाने के लिए रीको विभाग ने जमीन का आवंटन किया था। रीको के नियमानुसार किसी भी एसोसिएशन को एक ही बार जमीन का आवंटन किया जा सकता था, बावजूद नियमों को ताक में रखकर रीको विभाग ने पहले एसोसिएशन को भवन के लिए फिर क्लब के नाम से दूसरी बार जमीन का आवंटन किया गया। नियमों को ताक पर एक ही बार नहीं रखा गया बल्कि विष्वकर्मा इंडस्ट्रीयल एसोसिएशन पर रीको विभाग हर बार महरबान रहा। दूसरी बार क्लब के लिए 3000 वर्गमीटर जमीन का आवंटन भी निशुल्क किया गया और मौके पर 12000 वर्गमीटर जमीन का पूरा कब्जा क्लब को दे दिया गया। सरकारी जमीन पर कब्जा ही नहीं बल्कि यहां पर वाणिज्यिक गतिविधियों शुरू करने पर भी रीको विभाग खामोश है।
कैसे-कैसे बदलाव किए रीको ने– सबसे पहले विष्वकर्मा रिक्रेशन क्लब को रोड़ नंबर 15 में जमीन का आवंटन किया उसके बाद 18.10.2007 में क्लब को रोड नं 15 के स्थान पर रोड नं 10 पर जमीन का पुनः आवंटन किया गया। यहां पर भी रीको ने चौथे वर्ष में जमीन का स्थान बदला और समय पर उत्पादन शुरू नहीं करने के एवज में एक्सटेंशन चार्ज तक नहीं लिए गए।
-दूसरा बदलाव रीको ने सरकारी जमीन पर क्लब को कब्जा देकर किया. मूल आवंटन 3000 वर्गमीटर किया जबकि करीबन 9000 वर्गमीटर आम जन हेतु नाम से गार्डन विकसित करने के लिए खाली जमीन का कब्जा क्लब को दे दिया गया और क्लब अब इस जमीन का प्रयोग शादी-समारोह के लिए कर रहा है।
– क्लब को आवंटन की शर्तों में बदलाव करके रीको ने फिर से मेहरबानी की। शर्त नं 7 के अनुसार रिक्रेशन क्लब में गेस्ट हाउस, रेस्त्रां व बार रूम खोलने की परमिशन कतई नहीं थी, परंतु अब क्लब के लिए इन तीनों शर्तों को बदल दिया गया और अब क्लब में खुले आम बार चल रहा है, रेस्त्रां चलाया जा रहा है और गेस्ट हाउस खोल दिया गया ।
– क्लब की सदस्यता लेने के लिए अब लाखों रूपए शुल्क है और रीको, जयपुर डिस्कॉम, आबकारी विभाग के अधिकारी क्लब के सदस्यता सूची में शामिल है। इनको निशुल्क सदस्यता दी गई है।