अलवर| अलवर जल आंदोलन ने सनराइज यूनिवर्सिटी के संयुक्त तत्वाधान में वाइस चांसलर डॉ. एस. के. गुप्ता, डीन डॉ. मधुबाला शर्मा के नेतृत्व में विद्यार्थियों के साथ शनिवार को निदानी बांध पर सातवें दौर का श्रमदान किया|
डॉ. एस.के. गुप्ता ने विद्यार्थियों को बताया पानी का ठहराव न सिर्फ जलस्तर बढ़ाने में सहायक है बल्कि इस तरह की प्रकृतिक संरचनाओं जैसे तालाब, जोहड़, बांध, इत्यादि में मेंढक जैसे जीव का बहुत महत्वपूर्ण योगदान होता है मेंढक डेंगू, मलेरिया, और चिकनगुनिया, जैसे जीवाणुओं का भोजन करके मानव सभ्यता की मदद करता है| डीन. मधुबाला शर्मा ने कहा कि अलवर शहर के इतने पास इतना सुंदर स्थान कल्पना से भी परे है अलवर के लोगों को एक बार जरूर इसका भ्रमण करना चाहिए|
जल शक्ति अभियान के तहत श्रमदान में पर्यावरणविद राजेश कृष्ण सिद्ध व समाजसेवी अल्पना बिश्नोई के साथ सनराइज यूनिवर्सिटी के एचबी प्रसाद फार्मेसी कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर योगेंद्र और चारों विभागों के प्रमुख सहायक प्रोफेसर और 70 विद्यार्थी उपस्थित रहे|