नई दिल्ली। दूध की गुणवत्ता पर चिंता व्यक्त करते हुए मत्स्य, पशुपालन और डेयरी मंत्री गिरिराज सिंह को बुधवार को कहा कि दूध और अन्य डेयरी उत्पादों में मिलावट को रोकने के लिए सजा सहित कड़े प्रावधान करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सरकार डेयरी उद्योग के लिए लागू वर्तमान गुणवत्ता मानकों की समीक्षा करेगी। दिल्ली में आयोजित एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि दूध के बम्पर घरेलू उत्पादन को देखते हुए दूध के आयात की अनुमति देने का कोई प्रस्ताव नहीं है।
भारत दूध उत्पादन में नंबर एक पर
दूध उत्पादन का अनुमान 187.86 मिलियन टन है। उन्होंने कहा कि पिछले पांच वर्षों में दुग्ध उत्पादन में 50 मिलियन टन की वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि डेयरी उद्योग को दूध की गुणवत्ता पर ध्यान देने की जरूरत है और दूध संग्रह से प्रसंस्करण तक हर स्तर पर मिलावट की जांच करने के लिए प्रौद्योगिकियों के उपयोग की जरुरत है। हालांकि उन्होंने कहा कि जब तक कृषि पशुधन के साथ की जाती है, किसानों की आय दोगुनी नहीं की जा सकती है। उन्होंने कहा कि मंत्रालय जल्द ही पशुधन में लिंगानुपात में सुधार करने के साथ-साथ पशुधन की नस्ल में सुधार करने के लिए एक नीति बनाएगा।