किसे होगा फायदा- इस फैसले से संगठित क्षेत्र में काम करने वाले करीब 6 करोड़ से ज्यादा लोगों को उनके प्रोविडेंट फंड पर फायदा होगा। इससे पहले फाइनेंशियल ईयर में सरकार ने 8.55 फीसदी का ब्याज दिया था। EPFO की सर्वोच्च इकाई सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज है जिसके हेड लेबर मिनिस्टर संतोष गंगवार हैं। इस साल फरवरी में इस इकाई ने EPF पर ब्याज दर 8.55 फीसदी से बढ़ाकर 8.65 फीसदी करने की सिफारिश की थी। पिछले तीन साल में पहली बार EPF की ब्याज दर बढ़ी है। इससे पहले 2017-18 में EPF पर ब्याज दर 8.55 फीसदी थी। EPFO ने 2016-17 में EPF पर ब्याज दर 2015-16 के 8.80 फीसदी से घटाकर 8.65 फीसदी कर दी थी।
EPF पर मिलेगा 8.65% ब्याज, तीन साल में पहली बढ़ोतरी
नई दिल्ली. फाइनेंस मिनिस्ट्री ने फाइनेंशियल ईयर 2018-19 के लिए एंप्लॉयी प्रोविडेंट फंड यानी EPF पर 8.65 फीसदी ब्याज दर की मंजूरी दे दी है। एंप्लॉई प्रोविडेंट फंड ऑफिस यानी EPFO ने यह ब्याज दर तय किया था। अंतिम मंजूरी के लिए इसे फाइनेंस मिनिस्ट्री को भेजा गया था। पीटीआई के मुताबिक, एक सूत्र ने बताया, फाइनेंस मिनिस्ट्री के डिपार्टमेंट ऑफ फाइनेंशियल सर्विसेज ने फिस्कल ईयर 2018-19 के लिए EPF पर 8.65 फीसदी ब्याज देने पर सहमति जता दी है।.