नई दिल्ली. गरीब परिवारों को पांच लाख रुपये तक की मुफ्त स्वास्थ्य बीमा सुरक्षा देने वाली प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PMJAY) Ayushman Bharat के तहत अब इलाज करने वाले अस्पतालों के प्रदर्शन पर नजर रखी जायेगी। प्रदर्शन के आधार पर उन्हें स्टार रेटिंग दी जायेगी। योजना का संचालन करने वाली एजेंसी राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के सीईओ डा. इंदु भूषण ने मंगलवार को यह जानकारी दी। इंदू भूषण ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा हमारा ध्यान इलाज में गुणवत्ता पर है। हम देख रहे हैं कि योजना के तहत आने वाले अस्पताल किस तरह का इलाज दे रहे हैं। मरीज के एक बार भर्ती होने के बाद फिर बीमार होने और भर्ती होने की क्या स्थिति है। इस मामले में हम अस्पतालों को स्टार रेटिंग देने पर विचार कर रहे हैं।
Ayushman Bharat से अब तक 15 हजार अस्पताल जुड़े
यह योजना देश के करीब 11 करोड़ गरीब परिवारों के 50 करोड़ से अधिक लोगों को सरकारी और निजी अस्पतालों में मुफ्त इलाज की सुविधा देने के लिए शुरू की गई है। आयुष्मान भारत योजना के तहत अब तक देश भर के 15000 अस्पताल जुड़ चुके हैं। योजना लागू होने के पिछले पांच माह के दौरान 13 लाख से अधिक लाभार्थी 1700 करोड़ रुपये से अधिक का चिकित्सा लाभ उठा चुके हैं।
सितम्बर 2018 में योजना की शुरूआत
आयुष्मान भारत योजना की घोषणा पिछले साल के आम बजट में की गई थी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 23 सितम्बर 2018 को योजना की औपचारिक शुरुआत की। दिसंबर 2018 में देश के 33 राज्यों और संघ शासित प्रदेशों के साथ योजना लागू करने के लिये सहमति ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये गये। हालांकि दिल्ली, ओडिशा और तेलंगाना ने अभी तक योजना को नहीं अपनाया। डा. इंदु भूषण के मुताबिक तेलंगाना सरकार के साथ बातचीत चल रही है और उम्मीद है कि वहां भी योजना को जल्द लागू कर दिया जायेगा।
75 फीसदी दावों का निपटारा
डा. इंदू भूषण ने कहा आयुष्मान भारत योजना को शुरू हुये अभी मात्र छह महीने हुये हैं। इतने कम समय में सभी तरह की समस्याओं का निदान होना तो मुश्किल है लेकिन हम 75 प्रतिशत तक दावों का निपटारा कर रहे हैं और 25 प्रतिशत में कुछ देरी होती है। निजी क्षेत्र योजना में हमारे साथ बढ़ चढ़कर जुड़ रहा है। उसके लिये यह सपने की तरह है फिलहाल वह योजना की देख परख कर रहा है।