जयपुर। अदाणी फाउंडेशन एवं पशुपालन विभाग, बारां के संयुक्त तत्वाधान में पशुपालन विभाग में कार्यरत कार्मिकों के लिए एक दिवसीय क्षमतावर्धन प्रशिक्षण का आयोजन अदाणी पॉवर प्लांट में किया गया।
अदाणी पॉवर प्लांट हेड प्रमोद सक्सेना ने बताया कि अदाणी फाउंडेशन द्वारा शिक्षा, स्वास्थ्य, आजीविका विकास एवं कौशल विकास हेतु विभिन्न गतिविधियों का संचालन किया जाता है। वहीं, कामधेनु परियोजना के तहत उक्त प्रशिक्षण का आयोजन किया गया है।
इस अवसर पर पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉक्टर हरिवल्लभ मीणा ने बताया कि अदाणी फाउंडेशन के सहयोग से आयोजित एक दिवसीय कार्मिक क्षमतावर्धन प्रशिक्षण से कार्मिकों को नवीन तकनीकी से अवगत कराया गया है, जिससे क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों में नवाचार को बढ़ावा मिलेगा।
इस अवसर पर पशुपालन विभाग के उपनिदेशक डॉ. सतीश द्वारा राजस्थान सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला गया। साथ ही, सरकारी योजनाओं से पशुपालकों को लाभान्वित करने हेतु प्रेरित किया गया।
डॉ. सतीश द्वारा सरकारी योजनाओं का लाभ लेने हेतु आवेदन की प्रक्रिया, मापदंड एवं अनुदान हेतु विस्तार से जानकारी दी गई।
अदाणी फाउंडेशन के सीएसआर हेड श्री गोपाल सिंह देवड़ा ने समस्त कार्मिकों को प्रशिक्षण का लाभ लेने एवं क्षेत्र में पशुपालकों को अधिक से अधिक लाभान्वित करने हेतु प्रेरित किया।
श्री गोपाल सिंह देवड़ा ने उपस्थित कार्मिकों को बताया कि आज अदाणी फाउंडेशन द्वारा सॉर्टेड सीमन का उपयोग करने से क्षेत्र में उन्नत एवं दुधारू नस्ल की बछड़िया पैदा हो रही हैं, जिससे पशुपालकों के घर में आमदनी बढ़ रही है। साथ ही अदाणी फाउंडेशन द्वारा कामधेनु परियोजना के तहत अमूल के साथ मिलकर डेयरी विकास कार्यक्रम के संचालन से प्रतिदिन 6000 लीटर दूध संकलित किया जा रहा है, जिससे स्थानीय पशुपालकों की आमदनी बढ़ रही है।
प्रशिक्षण के दौरान डॉ. कमल मीणा द्वारा उपस्थित विभागीय कार्मिकों को बताया गया कि क्षेत्र में पशुपालकों से जुड़कर उन्हें अधिक से अधिक लाभान्वित करें एवं समय पर टिकाकरण कर पशुओं की मृत्यु दर में कमी लाई जाए।
इस अवसर पर जिला पशुपालन विभाग से डॉक्टर रामस्वरूप मीणा द्वारा जिला स्तर होने वाली पशु जाँच एवं राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध करवाई जाने वाली निःशुल्क दवाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। साथ ही, पशु कृत्रिम गर्भाधान के सही समय एवं प्रक्रिया पर कार्मिकों को जानकारी भी दी गई।
प्रशिक्षक डॉ. भरत सिंह मीणा द्वारा पशु के आवास, खानपान एवं टीकाकरण पर विस्तार से जानकारी दी गई। साथ ही साथ राज्य ब्रीडिंग पॉलिसी पर उपस्थित कार्मिकों को जागरूक भी किया गया।
अदाणी फाउंडेशन के परियोजना अधिकारी रामचरण चौधरी ने अदाणी फाउंडेशन द्वारा कामधेनु परियोजना अंतर्गत पशु कृत्रिम गर्भाधान हेतु सोर्टेड सीमन के उपयोग, पशु गर्भ परीक्षण, वत्स देख-रेख और पूरक पशु आहार आदि के बारे में जानकारी दी। साथ ही साथ बताया कि अदाणी फाउंडेशन द्वारा क्षेत्र में किए गए पशु नस्ल सुधार कार्यक्रम के परिणामस्वरूप 2000 से अधिक उन्नत नस्ल के बछड़ा-बछड़ी पैदा हुए हैं एवं कृत्रिम गर्भाधान से पैदा हुई बछड़ियों का दुग्ध उत्पादन माँ की तुलना में अधिक है, जिससे क्षेत्र में दूध उत्पादन बढ़ रहा है एवं पशुपालकों के घर पर आमदनी में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है, जो की निरंतर बढ़ेगी।
इस अवसर पर अदाणी फाउंडेशन द्वारा किए जा रहे पशु नस्ल सुधार एवं डेयरी विकास कार्यक्रम की सराहना की गई, साथ ही संयुक्त निदेशक एवं पशुपालन विभाग की टीम द्वारा डेयरी प्लांट का दौरा भी किया गया।
इस अवसर पर वसीम अकरम द्वारा उपस्थित कार्मिकों और सभी सहभागियों का धन्यवाद् ज्ञापित किया गया।