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Windergy India 2024 to showcase India's vision for a sustainable future

स्थाई भविष्य हेतु भारत के दृष्टिकोण का प्रदर्शन करेगा विंडर्जी इंडिया 2024

विंडर्जी इंडिया 2024, पवन ऊर्जा क्षेत्र का प्रमुख उद्योग मंच, 23-25 अक्टूबर 2024 तक चेन्नई ट्रेड सेंटर, तमिलनाडु में छठी बार अपनी विशाल क्षमता और आकर्षक अवसरों का प्रदर्शन, इंडियन विंड टर्बाइन मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (आईडब्ल्यूटीएमए), बेंगलुरु स्थित व्यापार मेला आयोजक पीडीए वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड के साथ मिलकर इस कार्यक्रम की मेजबानी करेगा

नई दिल्ली. पवन ऊर्जा के क्षेत्र में एक वैश्विक लीडर बन चुका है। वर्तमान में, विश्व स्तर पर पवन ऊर्जा स्थापना के मामले में भारत चौथे स्थान पर है और नवीकरणीय ऊर्जा के बेहतरीन विकास का गवाह है। जून 2024 तक, भारत की निश्चित पवन ऊर्जा क्षमता 46,656 मेगावाट से अधिक पंहुच गई है, जो इसे स्वदेशी और वैश्विक स्तर पर पवन ऊर्जा के विकास के लिए सबसे बड़े उत्पादकों और समर्थकों में से एक बनाती है। पवन ऊर्जा क्षेत्र, भारत के नवीकरणीय ऊर्जा बनाने के लक्ष्य को पूरा करने में महत्वपूर्ण योगदान देने के साथ-साथ विभिन्न सामाजिक-आर्थिक लाभ भी प्रदान करता है। जैसे कि पवन फार्मों के निर्माण और संचालन चरणों के दौरान, विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर मिलते हैं। इसके अलावा, पवन ऊर्जा, ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने, ऊर्जा सुरक्षा में सुधार करने और स्वच्छ बिजली पंहुचाने में मदद करती है।

विंडर्जी इंडिया 2024, पवन ऊर्जा क्षेत्र का प्रमुख उद्योग मंच, 23-25 अक्टूबर 2024 तक चेन्नई ट्रेड सेंटर, तमिलनाडु में छठी बार अपनी विशाल क्षमता और आकर्षक अवसरों का प्रदर्शन करने के लिए उत्साहित है। विंडर्जी इंडिया को हाल ही में प्रदर्शनी उत्कृष्टता पुरस्कार 2024 में भारत के तेजी से बढ़ते शो के रूप में मान्यता मिली है और यह ऐसा मंच है जो, पवन ऊर्जा उद्योग नवप्रवर्तकों, नीति निर्माताओं, नियामकों और इसके प्रमुख खिलाड़ियों को एक साथ लाता है। इंडियन विंड टर्बाइन मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (आईडब्ल्यूटीएमए), बेंगलुरु स्थित व्यापार मेला आयोजक पीडीए वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड के साथ मिलकर इस कार्यक्रम की मेजबानी करेगा।

अपने छठे संस्करण में, विंडर्जी इंडिया 2024 को बिजली मंत्रालय और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय द्वारा समर्थन प्राप्त है। मेक इन इंडिया की देखरेख में इस तीन दिवसीय व्यापार मेले और एक्सपो में कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलांगना, महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान जैसे पवन-समृद्ध राज्यों के प्रतिनिधि शामिल होंगे।

7000 किलोमीटर से अधिक लंबी तटरेखा के साथ 500 गीगावॉट ऑफशोर पवन क्षमता उत्पन्न करने की क्षमता रखते हुए, तमिलनाडु और गुजरात के पास नेट जीरो 2070 लक्ष्य में अपना योगदान करने की महत्वाकांक्षी योजना है। केंद्र और राज्य दोनों सरकारें विकास प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने, पर्यावरणीय स्थिरता सुनिश्चित करने और इस क्षेत्र में निवेश आकर्षित करने के लिए नीति और नियामक ढांचे पर सक्रिय रूप से कार्य कर रही हैं।

हाल ही में, केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 7,453 करोड़ रुपये के कुल खर्च के साथ गुजरात और तमिलनाडु में 1 गीगावॉट अपतटीय पवन ऊर्जा परियोजनाओं को मंजूरी दी थी। सरकार के अनुसार, इसका उद्देश्य सालाना 3.72 बिलियन यूनिट नवीकरणीय बिजली का उत्पादन करना और 25 वर्षों तक सालाना 2.98 मिलियन टन CO2 समकक्ष उत्सर्जन को कम करना है। यह निर्णय पूरी तरह से नवीकरणीय और स्थाई संसाधनों पर देश की ऊर्जा आवश्यकताओं के निर्माण और सशक्तिकरण के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को उजागर करता है।

तकनीकी प्रगति उच्च क्षमता वाले बड़े पवन टर्बाइनों की स्थापना को और भी सक्षम बनाती है, जिससे देश भर में पवन ऊर्जा परियोजनाओं की कुल क्षमता में पर्याप्त वृद्धि होगी। यह बदलाव स्पष्ट दर्शाता है कि, प्रयासों को एकजुट करने के लिए अभी भी दिशा की आवश्यकता है और यही पर विंडर्जी इंडिया ने उद्योग में क्रांति लाकर एक मील का पत्थर स्थापित किया है जिसने देश में पवन ऊर्जा के खेल को बदल कर रख दिया है।

विंडर्जी इंडिया, पवन ऊर्जा क्षेत्र को आगे बढ़ाने में भारत का सहयोग करने के प्रति अपने समर्पण को प्रदर्शित करने वाले डेनमार्क और स्पेन के खेमों की भी मेजबानी करेगा। पाइपलाइन में शामिल अन्य देशों के साथ यूनाइटेड किंगडम भागीदार देशों में से एक के रूप में एक्सपो में शामिल होगा।

व्यापार मेले में जर्मनी, स्पेन, फ्रांस, संयुक्त राज्य अमेरिका, चीन, स्वीडन, नॉर्वे, इटली, नीदरलैंड, स्विट्जरलैंड, ब्राजील और जापान सहित विभिन्न देशों के प्रदर्शक शामिल होंगे, जो विंडर्जी इंडिया को वास्तव में एक वैश्विक स्तर का कार्यक्रम बनाएंगे। विंडर्जी इंडिया का लक्ष्य संपूर्ण पवन ऊर्जा पारिस्थितिकी तंत्र को एक साथ लाना है। एनविज़न- एनर्जी जैसे उद्योग हितधारक विंडर्जी इंडिया 2024 के साथ हमारे प्लैटिनम पार्टनर के रूप में जुड़ेंगे, जबकि सुजलॉन एनर्जी और एवर रिन्यू एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड सिल्वर पार्टनर होंगे। अन्य साझेदारों में वाइनर्जी, एलएम विंड पावर, एनईएक्सएचएस, एक्सॉन मोबिल, लीप ग्रीन एनर्जी और यूएल सॉल्यूशंस शामिल हैं। हमें, विंड इंडिपेंडेंट पावर प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन (डब्ल्यूआईपीपीए), इंटरनेशनल सोलर अलायंस (आईएसए), स्किल काउंसिल फॉर ग्रीन जॉब्स (एससीजीजे), ग्रीन हाइड्रोजन एसोसिएशन (जीएचओ), इंडियन एनर्जी स्टोरेज अलायंस (आईईएसए), इंडियन विंड पावर एसोसिएशन (आईडब्ल्यूपीए), सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एसईसीआई), कंपोजिट एक्सीलेंस सेंटर ऑफ एशिया (सीईसीए), डेनिश एनर्जी एक्सपोर्ट और हाइड्रोलिक ट्रेलर ओनर्स एसोसिएशन (एचटीओए) जैसे प्रतिष्ठित संघों का अमूल्य समर्थन प्राप्त करने पर भी गर्व है। प्रतिष्ठित राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संघों के साथ हमारी साझेदारी और गठजोड़ भारत और दुनिया भर से पवन ऊर्जा पेशेवरों को एक साथ लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

विंडर्जी इंडिया 2024 में लगभग 300 प्रदर्शक शामिल होंगे और इस वर्ष आगंतुकों की संख्या 10,000 होने की उम्मीद है। हमारे प्रदर्शकों में ओरजिनल उपकरण निर्माता (ओईएम), कम्पोनेंट मैन्युफैक्चरिंग, कंपोजिट, ड्रोन, इलेक्ट्रिकल कम्पोनेंट, फाइबर ऑप्टिक एटेन्यूएटर्स, फिल्ट्रेशन, ग्रिपिंग सॉल्यूशन, हाइड्रोलिक्स, इंडस्ट्रीयल ऑटोमेशन, इंडस्ट्रीयल इक्विपमेंट्स, एल्यूमिनियम मटेरियल कोटिंग, इंडिपेंडेंट पावर प्रॉड्यूसर (आईपीपी), लेजर प्रोजेक्शन सिस्टम, लिफ्ट, क्रेन, लॉजिस्टिक्स सॉल्यूशन, लुब्रिकेशन, मैकेनिकल पावर ट्रांसमिशन प्रॉडक्ट, ऑफशोर इंजीनियरिंग, सर्विस प्रोवाइडर, सॉफ्टवेयर सॉल्यूशन, टेक्नीकल कंसलटेंट और मीडिया शामिल हैं। विंडर्जी इंडिया 2024 के कुछ प्रमुख प्रदर्शकों में अदानी विंड्स, जिंदल स्टील एंड पावर, नाब्रोस ट्रांसपोर्ट, माउंटंड्ट ग्रुप, ड्राइव्स एंड ड्राइव्स, आईआरएम ऑफशोर्स एंड मरीन इंजीनियर्स, आरएस विंडटेक इंजीनियर्स, विंडप्लस, डब्ल्यूईजी इंडस्ट्रीज और सैनी विंड्स शामिल हैं।

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