संकाय सदस्यों को केस-आधारित प्रबंधन शिक्षा के लिए आवश्यक कौशल प्रदान करने का प्रयास, केस मेथड्स पर केंद्रित रहा 5 दिवसीय फेकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम
जयपुर. जयपुर के अग्रणी स्वास्थ्य प्रबंधन अनुसंधान विश्वविद्यालय आईआईएचएमआर विश्वविद्यालय ने अपने कैंपस में केस मेथड्स पर केंद्रित फेकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन किया। 5 दिवसीय इस कार्यक्रम का आयोजन 20 मई से 24 मई के दौरान किया गया।
इस गहन कार्यक्रम के दौरान आईआईएचएमआर विश्वविद्यालय के 31 ऐसे प्रतिष्ठित संकाय सदस्यों और शोधकर्ताओं के व्यावसायिक विकास को बढ़ावा देने का प्रयास किया गया, जो प्रबंधन शिक्षा के लिए समर्पित हैं। 5 दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम का उद्देश्य इन शिक्षकों को प्रभावी केस-आधारित प्रबंधन शिक्षा के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल प्रदान करके उन्हें सशक्त बनाना था।
फेकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम में उद्घाटन भाषण देते हुए आईआईएचएमआर विश्वविद्यालय के प्रेसिडेंट डॉ. पी आर सोडानी ने कहा, ‘‘अकादमिक उत्कृष्टता और पेशेवर विकास को ध्यान में रखते हुए संकाय सदस्यों के लिए फेकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन करना आईआईएचएमआर विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता की आधारशिला है। अपने संकाय सदस्यों को मामले के तरीकों में विशेषज्ञता से लैस करके हम न केवल पाठ्यक्रम को समृद्ध कर रहे हैं, बल्कि अपने छात्रों के लिए सीखने के अनुभव को भी बढ़ा रहे हैं। फेकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम दरअसल उच्चतम शैक्षणिक मानकों को बनाए रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके सहयोग से हम फ्यूचर लीडर्स को महत्वपूर्ण सोच के साथ जटिल चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार कर सकते हैं।’’
फेकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम में प्रोफेसर पीयूष सिन्हा, पूर्व प्रोफेसर, आईआईएम अहमदाबाद, प्रोफेसर अमरप्रीत सिंह घूरा, एसोसिएट प्रोफेसर, फ्लेम्स यूनिवर्सिटी और प्रोफेसर अभिषेक, प्रोफेसर, आईएमटी गाजियाबाद उपस्थित थे। इस तरह प्रतिभागियों को व्यापक अनुभव वाले विशेषज्ञों से उच्च गुणवत्ता वाला विजन हासिल हुआ। समापन के बाद, इच्छुक प्रतिभागियों को केस-आधारित पद्धतियों की बेहतर समझ, विचारोत्तेजक चर्चाओं के संचालन के लिए जरूरी कौशल और केस लेखन तकनीकों का बेहतर व्यावहारिक ज्ञान देखने को मिला।
इस कार्यक्रम में कई महत्वपूर्ण विषयों को शामिल किया गया, जिनमें प्रबंधन शिक्षा में केस विधियों का महत्व, केस क्लास आयोजित करने की तकनीक, केस राइटिंग का परिचय, सेकेंडरी डेटा पर केस राइटिंग और प्राथमिक डेटा पर केस राइटिंग आदि शामिल हैं।