भरतपुर. राजस्थान में स्टार्ट-अप कल्चर तेज़ी से बढ़ रहा है। आज प्रदेश में 3700 से अधिक स्टार्ट-अप्स हैं। राजस्थान स्टार्ट-अप्स के लिए मुख्य आकर्षण केन्द्र बन गया है, वहीं जयपुर जैसे शहर कुल कारोबार में 50 फीसदी से अधिक योगदान देते हैं। राज्य के युवा अपने भावी दृष्टिकोण के साथ देश-विदेश में अपनी छाप छोड़ रहे हैं। ऐसा ही एक उदाहरण है भरतपुर से फार्मले सह-संस्थापक आकाश शर्मा, जिन्होंने देश में स्नैकिंग सेगमेन्ट को नया आयाम देकर शहर का गौरव बढ़ाया है। उनकी कहानी इस बात का उदाहरण है कि किस तरह एक मामूली परिवार से आने वाला व्यक्ति उभरते स्टार्ट-अप्स स्पेस में शानदार सफलता हासिल कर सकता है।
भरतपुर में जन्मे और पले-बढ़े आकाश ने असाधारण व्यवसायिक कौशल का प्रदर्शन करे हुए फार्मले की स्थापना की। बिना बिचैलियों के कारोबार करते हुए फार्मले ने न सिर्फ अच्छा मुनाफ़ा कमाया है बल्कि देश भर के असंख्य किसानों की आजीविका को बेहतर बनाने में भी योगदान दिया है। उन्हें सही मायनों में ‘धरती का पूत’ कहा जा सकता है।
हालांकि आकाश के लिए यह सफलता इतनी आसान नहीं थी, उनके परिवार ने स्टार्ट-अप के शुरूआती चरणों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। परिवार ने उस समय आकाश पर भरोसा बनाए रखा जब उन्होंने अपनी नौकरी छोड़कर फार्मले को लाॅन्च करने का फैसला लिया। परिवार के भरोसे और प्रोत्साहन ने आकाश के इरादे को और मजबूत बना दिया, जो समाज के लिए कुछ करना चाहते थे। सभी को उनसे उम्मीद थी कि एक प्रतिष्ठित संस्थान से ग्रेजुएशन करने के बाद उन्हें एक स्थिर करियर मिलेगा, लेकिन आकाश ने परम्पराओं से हट कर कुछ नया करने का साहस किया। इस दौरान उनका परिवार उनके साथ खड़ा रहा, और उनके एंटरेप्रेन्योरिशप के फैसले एवं समाज पर सकारात्मक प्रभाव उत्पन्न करने की आकांक्षाओं को पूरा समर्थन दिया। परिवार के इसी प्रोत्साहन ने प्रेरक शक्ति के रूप में काम किया और उन्हें विपरीत परिस्थितियों में भी डटे रहने के लिए सक्षम बनाया।
आईआईटी दिल्ली से ग्रेजुएशन करने के बाद अपनी यात्रा शुरू
आकाश ने आईआईटी दिल्ली से ग्रेजुएशन करने के बाद अपनी यात्रा शुरू की। शुरूआत में उन्होंने कई कंपनियों में काम किया और कारोबार चलाने के तरीके सीखे। इन नौकरियों के दौरान उन्हें कंपनी स्थापित करने के लिए ज़रूरी ज्ञान एवं कौशल पाने का मौका मिला। इस बीच वे लोगों की ज़रूरतों को समझने के लिए मार्केट रीसर्च के लिए भी समय दे रहे थे।
उन्होंने पाया कि हेल्दी स्नैकिंग के मार्केट में कई खामियां हैं, जहां उपभोक्ता ड्राय फ्रूट्स एवं नट्स के स्वादिष्ट और भरोसेमंद ब्राण्ड्स की उम्मीद रखते हैं, जो उनकी ज़रूरतों को पूरा कर सकें। उपभोक्ताओं की इन्हीं ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए उन्होंने परफेक्ट समाधान लाने का फैसला लिया, जो उन्हें फिट और स्वस्थ रहने में मदद कर सकें। इस बीच किस्मत से उनकी मुलाकात अभिषेक अग्रवाल से हो गई, जो कभी उनके साथ एक ही फ्लैट में रहा करते थे। अभिषेक भी राजस्थान के निवासी और आईआईटी रूड़की के पूर्व छात्र थे। फिर क्या था, दोनों ने एक साथ मिलकर इसी सोच का आगे बढ़ाने का फैसला लिया और लोगों को स्नैकिंग के सेहतमंद विकल्प उपलब्ध कराने के उद्देश्य से 2017 में फार्मले की स्थापना की। वे दोनों आज भी इनोवेशन एवं गुणवत्ता के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ देश के स्वास्थ्य में योगदान देने के अपने मिशन की दिशा में कार्यरत हैं।
आकाश जैसे युवा एवं डायनामिक उद्यमी, राज्य के युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं जो सपने देखने और उन्हें साकार करने का साहस रखते हैं। उम्मीद है कि आने वाले समय में राजस्थान में अधिक से अधिक लोग अपने नए आइडियाज़ के साथ एंटरेप्रेन्योरशिप को नया आयाम देंगे।