जयपुर। भारत निर्वाचन आयोग ने प्रदेश में विधानसभा आम चुनाव-2023 में उम्मीदवारों द्वारा किए जाने वाले खर्चे की निगरानी के लिए 70 व्यय पर्यवेक्षक (एक्सपेंडीचर ऑब्जर्वर) नियुक्त किए हैं।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने कहा कि विधानसभा आम चुनाव के लिए 30 अक्टूबर से नामांकन के साथ ही उम्मीदवारों द्वारा प्रचार और जनसपंर्क की गतिविधियां प्रारम्भ हो जाएंगी। भारत निर्वाचन आयोग ने इसे देखते हुए प्रदेश के लिए 70 व्यय पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है।
गुप्ता ने कहा कि व्यय पर्यवेक्षक चुनाव के दौरान अहम कड़ी का काम करते हैं और क्षेत्र से जुड़ी सभी वांछित सूचनाएं भारत निर्वाचन आयोग को प्रेषित करते हैं। उन्होंने कहा कि सभी पर्यवेक्षक अधिसूचना जारी होने के दिन यानी 30 अक्टूबर से तीन दिन के लिए क्षेत्र में रहेंगे। दूसरी बार, वे नामांकन करने की अंतिम तारीख से एक दिन पूर्व अर्थात 5 नवम्बर से 25 नवम्बर तक क्षेत्र में दौरे पर रहेंगे। इसके बाद चुनाव परिणाम घोषित होने के 25वें दिन से तीसरी बार पर्यवेक्षकों का दौरा प्रस्तावित है। उन्होंने जिला निर्वाचन अधिकारियों को पर्यवेक्षकों के मोबाइल नंबर को सार्वजनिक करने के भी निर्देश दिए हैं ताकि किसी भी तरह की शिकायत उन तक तुरंत पहुंच सके और राज्य में स्वतंत्र, निष्पक्ष, प्रलोभन-रहित और पारदर्शी चुनाव सम्पन्न कराए जा सकें।