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राजीविका ने राजस्थान के 5 जिलों में वित्तीय सहायता के साथ 100 से अधिक महिला उद्यमियों को सफलतापूर्वक सशक्त बनाया

गंभीर रूप से वंचित वर्गों के लिए ऋण के रूप में वित्तीय सहायता को सुलभ बनाने का लक्षण

जयपुर – राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) और राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (एसआरएलएम) के साथ ग्लोबल अलायंस फॉर मास एंटरप्रेन्योरशिप (गेम) महिला उद्यमी वित्तीय सशक्तिकरण कार्यक्रम (डब्ल्यूईएफईपी) ने राजस्थान के पांच जिलों में 100 महिला उद्यमियों के लिए व्यवसाय वृद्धि की सुविधा प्रदान की है।

राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (एसआरएलएम), राजस्थान के प्रोजेक्ट डायरेक्टर, हरदीप सिंह चोपड़ा ने कहा, “महिलाओं के नेतृत्व वाले व्यवसाय हमारी अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं। हमारा मकसद उन्हें औपचारिक ऋण प्राप्त करने और उनके व्यवसाय को मजबूत करने में मदद करना है। ये 100 महिलाएं और अधिक महिलाओं को उद्यमिता की राह पर प्रेरित और प्रोत्साहित कर सकती हैं।”

ग्लोबल एलायंस फॉर मास एंटरप्रेन्योरशिप के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर, केतुल आचार्य ने कहा, “श्श्वित्तीय सशक्तिकरण महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने के सबसे महत्वपूर्ण स्तंभों में से एक है। एनआरएलएम और एसआरएलएम के साथ साझेदारी करके, हमने 100 से अधिक महिला उद्यमियों को उनके व्यवसाय को बढ़ाने और आर्थिक स्वतंत्रता हासिल करने के लिए सही वित्तीय संसाधनों तक पहुंचने में सक्षम बनाया है।”

कार्यक्रम की उल्लेखनीय सफलता के परिणामस्वरूप खुदरा से लेकर विनिर्माण और सेवाओं तक विभिन्न क्षेत्रों में 100 महिला उद्यमियों को सफल क्रेडिट लिंकेज मिला है। इन महिलाओं को पहली बार बैंकों से वित्तीय सहायता मिली है। जहां इन महिला उद्यमियों के लिए औसत ऋण आकार 90,000/- रुपये है, वहीं कुछ महिलाओं को 5,00,000/- रुपये तक का ऋण भी प्राप्त हुआ है।

 

पहले, महिला उद्यमियों को स्वयं सहायता समूहों (सेल्फ हेल्प ग्रुप) के माध्यम से ऋण प्राप्त होते थे। हालाँकि यह मॉडल सफल और प्रचलन में है, लेकिन इसकी कुछ सीमाएँ हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन ने महिला उद्यमियों को व्यक्तिगत ऋण प्रदान करने के लिए ग्लोबल एलायंस फॉर मास एंटरप्रेन्योरशिप के साथ सहयोग किया। एक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में, गेम (ळ।डम्) ने इस पहल को तीन राज्यों राजस्थान, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में शुरू किया है।

डब्ल्यूईएफईपी का फोकस 3 राज्यों राजस्थान, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में 10,000 से अधिक महिला उद्यमियों तक वित्तीय सहायता को उपलब्ध कराने में सक्षम बनाना है।

कार्यक्रम को शुरू में क्षमता निर्माण और संवर्द्धन के माध्यम से राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) और राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (एसआरएलएम) वास्तुकला को मजबूत करने, वित्त सखी नामक मौजूदा फील्ड कैडरों को प्रशिक्षण देने में सहायता की जाएगी। कार्यक्रम में मौजूदा एनआरएलएम (राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन) प्रशिक्षण प्रोटोकॉल को पूरक करना और 3000 वित्त सखियों को प्रशिक्षित करने के लिए इसका उपयोग करना शामिल है, जो व्यवहार्य व्यावसायिक उद्यमों को लेने के लिए महिला एसएचजी सदस्यों में से संभावित उद्यमियों का समर्थन करेंगे।

 

प्रशिक्षित वित्त सखियाँ एनआरएलएम और एसआरएलएम (राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन) द्वारा चिन्हित महिला उद्यमियों के अनुपालन और पात्रता की समीक्षा करेंगी। वे उनके उद्यम को औपचारिक रूप देने के साथ-साथ वित्तीय संबंधों को सुरक्षित करने के लिए व्यावसायिक योजनाओं को विकसित करने में मार्गदर्शन और मदद भी करेंगे। यह कार्यक्रम ग्रामीण क्षेत्रों में पहचानी गई महिला उद्यमियों के लिए औपचारिक ऋण को अनलॉक करने के लिए सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों जैसे वित्तीय संस्थानों के लिए एक व्यापक ऑनबोर्डिंग प्रक्रिया स्थापित करने के लिए भी काम करेगा।

 

गेम अन्य क्षेत्रों में कार्यक्रम की सफलता को दोहराने और यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि अधिक से अधिक महिला उद्यमियों के पास उन वित्तीय संसाधनों तक पहुंच हो जिनकी उन्हें आवश्यकता है।

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