नई दिल्ली। भारत के ग्रामीण इलाकों को प्रभावित करते हुए बड़े पैमाने पर बदलाव लाने के संकल्प के साथ लगातार आगे बढ़ रही एक प्रमुख इंश्योरटेक कंपनी, स्क्वायर इंश्योरेंस ने सितंबर के महीने में राजस्थान के सीकर, टोंक और झुंझुनू में तीन बेमिसाल कार्यक्रम आयोजित किए, 7 अक्टूबर को चोमू में इसी तरह के एक और कार्यक्रम का आयोजन किया। इन आयोजनों की जबरदस्त कामयाबी के बाद, स्क्वायर इंश्योरेंस, गुजरात के अहमदाबाद में 13 अक्टूबर को स्क्वायर मिलन 2023 कार्यक्रम का आयोजन करने जा रहा हैं । नवंबर में, पुणे और वडोदरा के साथ-साथ देश के अन्य स्थानों पर भी स्क्वायर मिलन 2023 कार्यक्रमों का आयोजन करेंगे। टियर 2 तथा टियर 3 शहरों के निवासियों के बीच बीमा के बारे में जागरूकता फैलाने, रोजगार की संभावनाओं को बढ़ाने और किफायती बीमा को सभी के लिए सुलभ बनाने के मिशन के साथ इन कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।वैसे तो भारत में दुनिया की सबसे बड़ी आबादी रहती है, लेकिन इसके बावजूद यहाँ का बीमा उद्योग अभी भी अपने शुरुआती चरण में है। हालाँकि, देश में बढ़ते आर्थिक अवसरों, रोजगार की बढ़ती माँगों और महामारी से जुड़ी चुनौतियों को देखते हुए यह बात तो स्पष्ट है कि, ग्रामीण भारत को बीमा की सुरक्षा के दायरे में शामिल करना बेहद जरूरी हो गया है।
प्रगति की राह पर तेजी से आगे बढ़ रहे इंश्योरटेक स्टार्टअप, स्क्वायर इंश्योरेंस ने सुविधाओं की बेहद कम उपलब्धता वाले इन क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर बदलाव की संभावना को पहचाना है। कंपनी स्मार्टफोन के उपयोग और इंटरनेट कनेक्टिविटी में लगातार हो रही बढ़ोतरी की वजह से ग्रामीण भारत में आई डिजिटल क्रांति का लाभ उठा रही है। इसकी वजह से, डिजिटल चैनल बीमा ग्राहकों के लिए बातचीत का सबसे पसंदीदा माध्यम बन गए हैं, जो देश में बड़े पैमाने पर डिजिटल ट्रेंड को दिखाता है। स्क्वायर इंश्योरेंस का अनुमान है कि, ग्रामीण इलाकों में ऑनलाइन तरीके से बीमा पॉलिसियों को उपलब्ध कराने के साथ-साथ पॉलिसी खरीदने के लिए डिजिटल विकल्पों की पेशकश करने और वर्चुअल केवाईसी के तरीके अपनाना, बीमा को सुलभ बनाने के पारंपरिक तरीकों से आगे निकल जाएगा।
स्क्वायर इंश्योरेंस के संस्थापक, श्री राकेश कुमार ने मौजूदा स्थिति के बारे में अपने विचार जाहिर करते हुए कहा, “अगर देखा जाए तो सीमित वित्तीय साधन, बहुत अधिक प्रीमियम और बीमा खरीदने की बोझिल जैसी कई वजहों से देश के ग्रामीण इलाकों में बीमा की पैठ काफी कम है। सबसे बड़ी चिंता की बात तो ये है कि, देश की लगभग आधी ग्रामीण आबादी ने कभी भी अपने परिवार की वित्तीय सुरक्षा या किसी दूसरे कारण से बीमा खरीदने के बारे में सोचा भी नहीं है।”
स्क्वायर इंश्योरेंस लोगों की निजी जरूरतों को ध्यान में रखता है, जो परिवारों को सशक्त बनाने के लिए जागरूकता बढ़ाने और अमूल्य जानकारी प्रदान करने के लिए समर्पित है, ताकि वे समझदारी से फैसला ले सकें और अपनी जरूरतों के अनुरूप बीमा कवरेज चुन सकें। हाल के आयोजनों में 500 से ज्यादा लोगों की उत्साहपूर्ण भागीदारी देखी गई, जिससे यह जाहिर होता है कि इन समुदायों के लोगों के बीच अब बीमा के फायदों को अपनाने की इच्छा बढ़ रही है।
स्क्वायर इंश्योरेंस आने वाले दिनों में ग्रामीण भारत में अपनी पहुंच बढ़ाने के अपने इरादे पर अटल है। इन समुदायों के साथ मिलकर, वे एक ऐसे भविष्य की बुनियाद तैयार कर रहे हैं जिसमें बीमा भारत के हर परिवार का हिस्सा बन जाए, और इस तरह वित्तीय सुरक्षा और सशक्तिकरण को बढ़ावा मिल सके।