हैदराबाद. महिन्द्रा युनिवर्सिटी (Mahindra University) ने अपने दूसरे दीक्षांत समारोह का बड़े हर्षोल्लास के साथ आयोजन किया। इस यादगार अवसर पर अकादमिक उत्कृष्टता, नवप्रवर्तन और समग्र रूप से सीख के साथ स्नातक की पढ़ाई पूरी करने वाले विद्यार्थियों को डिग्रियां प्रदान की गईं। यह भव्य आयोजन 5 अगस्त को महिन्द्रा युनिवर्सिटी के विशाल परिसर में हुआ जहां विश्वविद्यालय समुदाय अपने असाधारण स्नातकों की उपलब्धियों को सम्मान और पहचान देने के लिए एकत्रित हुआ।
महिन्द्रा युनिवर्सिटी का द्वितीय दीक्षांत समारोह बौद्धिक विकास, भावी नेताओं को सशक्त करने और एक गुंजायमान अकादमिक समुदाय को पोषित करने के प्रति इस संस्थान की प्रतिबद्धता का परिचायक है। अपनी स्थापना के समय से ही इस युनिवर्सिटी का प्रयास शिक्षा को नए सिरे से परिभाषित करने और ऐसे व्यक्तियों का विकास करने का रहा है जो अपने ज्ञान और कौशल से दुनिया पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकें। इस वर्ष तीन पीएचडी विद्यार्थियों, 22 एमटेक और 262 बीटेक विद्यार्थियों ने स्नातक पूरा किया। इस आयोजन में लाइफ साइंसेज लैब कंप्लेक्स और महिन्द्रा ई हब का श्री जी. मल्लिकार्जुन राव और श्री रोनी स्क्रूवाला द्वारा उद्घाटन किया गया।
इस दीक्षांत समारोह में गणमान्य लोग, शिक्षक और उद्योग जगत की प्रमुख हस्तियां शामिल हुईं और उन्होंने स्नातक की उपाधि प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए उन्हें बधाई दी। इन हस्तियों में महिन्द्रा युनिवर्सिटी के कुलाधिपति आनंद महिन्द्रा के साथ ही मुख्य अतिथि जी मल्लिकार्जुन राव, चेयरमैन जीएमआर ग्रुप और विशिष्ट अतिथि रोनी स्क्रूवाला, चेयरमैन अपग्रेड शामिल हुए। अन्य अतिथियों में एमईएल के चेयरमैन विनीत नय्यर, टेक महिन्द्रा के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ और महिन्द्रा युनिवर्सिटी के प्रबंधन बोर्ड के सदस्य सीपी गुरनानी, टेक महिन्द्रा के एमडी एवं नामित सीईओ मोहित जोशी, महिन्द्रा युनिवर्सिटी के कुलपति डाक्टरयजुलू मेदुरी और बोर्ड के अन्य गणमान्य सदस्य शामिल हुए और स्नातक की पढ़ाई पूरी करने वाले विद्यार्थियों के साथ अपने अनुभव साझा किए।
मुख्य अतिथि और जीएमआर ग्रुप के चेयरमैन जी मल्लिकार्जुन रावने अपने संबोधन में कहा, मेरा मानना है कि हर किसी को अपने पूरे जीवन में एक विद्यार्थी की तरह व्यवहार करना चाहिए और उसके भीतर हमेशा सीखने और जानने की ललक होनी चाहिए, मानवता होनी चाहिए और विश्वास की भावना और मूल्य प्रणाली होनी चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों से आराम की जिंदगी से बाहर आकर प्रतिकूल स्थिति में काम करने की क्षमता विकसित करने को प्रोत्साहित किया।
6 सुपर स्किल्स साझा किए
विशिष्ट अतिथि और अपग्रेड के चेयरमैन रोनी स्क्रूवाला ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए अपने 6 सुपर स्किल्स साझा किए जिनमें क्लैरिटी, कनेक्ट, कनविक्शन, क्यूरोसिटी, चेंज एवं च्वाइस शामिल हैं। उन्होंने कहा, विद्यार्थियों को इन 6सी को विकसित करना चाहिए क्योंकि वे आजीवन सीखने के चरण में कदम रखने जा रहे हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को अपने आसपास के लोगों के जीवन में सुधार लाने की दिशा में सतत काम करने को कहा और साथ ही उनसे दया की भावन पैदा करने और अपनी सफलता को नए सिरे से परिभाषित करने का आग्रह किया
महिन्द्रा युनिवर्सिटी के कुलाधिपति आनंद महिन्द्रा ने इस दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता की और नरसिंह की कहानी का संदर्भ दिया जहां शेर साहस और ताकत का प्रतीक है, वहीं आधे मानव शरीर को गलत को सही करने के लिए नैतिक रूप से लागू किया गया। उन्होंने कहा कि यहां टेक्नोलाजी केवल मानवता के विस्तार के लिए है ना कि इसकी जगह लेने के लिए। उन्होंने विद्यार्थियों को मानवता के उद्धार के लिए टेक्नोलाजी का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया जो उनके भविष्य की रूपरेखा तय करेगा।
सपने देखने और कल्पनाएं करने के लिए प्रोत्साहित किया
एमईआई के चेयरमैन विनीत नय्यर ने कहा कि उनका मुख्य विचार गुणवत्ता की तरफ काम करने के लिए है ना कि मात्रा की तरफ। उन्होंने कहा कि इस संस्थान ने यह सफलता इसलिए हासिल की है क्योंकि हमने सभी का आधार मूल्यों को बनाया है। टेक महिन्द्रा के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ सीपी गुरनानी ने विद्यार्थियों को अपने प्रथम गुरूओं, माता पिता के प्रति आभार जताने के लिए प्रेरित किया और खुली आंखों से सपने देखने और कल्पनाएं करने के लिए प्रोत्साहित किया। अत्यंत गर्व की अनुभूति के साथ उन्होंने दावा किया कि जब भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया में तीसरे नंबर की अर्थव्यवस्था बनने की दौड़ में है, टेक महिन्द्रा ऐसी कंपनी है जो 76 साल पहले थी और अगले 76 सालों के लिए रहेगी।
नई पीढी के उद्यमी और 21वीं सदी के इन्नोवेटर्स
टेक महिन्द्रा के एमडी एवं सीईओनामित मोहित जोशी ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि यदि आपके भीतर अथक परिश्रम की भावना, भूख, जुनून है और शांति एवं जमीन से जुड़े रहने की गहरी भावना है तो निःसंदेह आप सफल होंगे। महिन्द्रा युनिवर्सिटी के कुलपति डाक्टर यजुलु मेदुरी ने महिन्द्रा युनिवर्सिटी के दूसरे दीक्षांत समारोह में सभी का स्वागत किया और स्नातक की पढ़ाई पूरी कर चुके खासकर पीएचडी के प्रथम बैच को बधाई दी। उन्होंने कहा कि महिन्द्रा युनिवर्सिटी के ये विद्यार्थी आने वाले कल के नेता, नई पीढी के उद्यमी और 21वीं सदी के इन्नोवेटर्स हैं।
समारोह के दौरान, असाधारण अकादमिक उत्कृष्टता, अनुसंधान उपलब्धि और समुदाय में योगदान प्रदर्शित करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। इस पूरे आयोजन के दौरान, नवप्रवर्तन, समावेशी विकास और प्रगतिशील सीख का वातावरण तैयार करने को लेकर महिन्द्रा युनिवर्सिटी की प्रतिबद्धता दिखी। दूसरा दीक्षांत समारोह संपन्न होने पर महिन्द्रा युनिवर्सिटी ने भावी नेतृत्वकर्ताओं को सशक्त करने और परिवर्तनकारी शिक्षा के जरिए समाज पर सकारात्मक प्रभाव पैदा करने के प्रति अपना समर्पण दोहराया।