जयपुर। श्री मोहनलाल सुखाड़िया मेमोरियल सोसायटी एवं राजस्थान चैम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इण्डस्ट्री के तत्वावधान आज चैम्बर भवन में आधुनिक राजस्थान के निर्माता एवं भूतपूर्व मुख्यमंत्री व विलक्षण प्रतिभा के धनी स्व. श्री मोहनलाल सुखाड़िया की जन्म जयन्ती के अवसर पर पुष्पांजली का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम में सुखाडिया जी पर विचार व्यक्त करते हुए श्री मोहनलाल सुखाड़िया मेमोरियल सोसायटी के मानद महासचिव एवं राजस्थान चैम्बर के अध्यक्ष डॉ. के. एल. जैन कहा कि वर्तमान राजस्थान का आज जो विकसित स्वरूप हमारे समक्ष है वह स्व. सुखाडिया जी की ही देन है। सदस्य डॉ. अरूण अग्रवाल, श्री आर. एस. जैमिनी आदि उपस्थित रहए उनके व्यक्तित्व से आज की युवा पीढ़ी को प्रेरणा लेनी चाहिए एवं उनके आदर्शों को अपने अन्तःकरण में पूर्ण निष्ठा के साथ अनुसरण करके समाज का एक जिम्मेदार नागरिक बनके प्रदेश और देश के विकास में भागीदार बनना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि श्री सुखाडिया जी बिना द्वेष के पक्ष-विपक्ष के नेताओं से आत्मीयता से मिलते थे तथा राज्य के विकास के लिए उनके विचारों को जानकर प्रदेश हित में लागू करने में भी नहीं हिचकिचाते थे। मुख्यमंत्री रहते हुए विपक्ष के प्रति उनका सकारात्मक व्यवहार उन्हें एक कुशल राजनेता बनाता था। अपने मंत्रिमंडल में वे बिना जातिगत भेदभाव के सभी को बराबर स्थान देते थे।
कार्यक्रम में श्री मोहनलाल सुखाड़िया के व्यक्तित्व और कृतित्व पर अपने विचार प्रकट करते हुए संस्था के उपाध्यक्ष एम.एल. गोयल ने कहा कि उनके समान राजनेता मिलना मुश्किल है। उनका महान व्यक्तित्व ही आज तक उन्हें हमारे दिलों मेें जि़्ान्दा रखे हुए है। सुखाडिया सोसायटी के अध्यक्ष जस्टिस (रि.) जसराज चोपड़ा ने कहा कि उनकी भविष्यदृष्टा सोच ही आज राजस्थान को विकास के पथ पर आगे ले जाने में अपना अहम योगदान प्रदान कर रही है। आगे सुखाड़िया जी की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि गुलाबी नगर की दो प्रमुख आवासीय कालोनियां शास्त्री नगर एवं आदर्श नगर की नींव भी माननीय सुखाड़िया जी ने ही रखी थी। राजस्थान के विकास के प्रति वे सदा कृतसंकल्पित रहते थे।
इस अवसर पर राजस्थान चैम्बर के सदस्यों एवं गुलाबी नगर के सैंकड़ों गणमान्य व्यक्तियों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके व्यक्तित्व पर अपने विचार व्यक्त किये और उनके साथ बिताए समय की यादों को साझा किया। इस अवसर पर महिला सदस्य अरुणा स्वामी, मालती जैन, स्नेहलता दाधीच, अन्त में संस्था के कोषाध्यक्ष सुधीर पालीवाल ने सभी का आभार व्यक्त किया।