2.44 लाख किसानों से 6.27 लाख मीट्रिक टन सरसों एवं चना की हुई खरीद, 1.73 लाख किसानों को 2333 करोड़ रूपये का किया भुगतान, शेष 70 हजार किसानों को भुगतान की प्रक्रिया जारी
जयपुर। प्रमुख शासन सचिव सहकारिता श्रेया गुहा ने गुरूवार को बताया कि प्रदेश में सरसों की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीद अवधि को 14 जुलाई से बढ़ाकर 24 जुलाई, 2023 तक किया गया है। राज्य सरकार ने अधिक से अधिक किसानों से समर्थन मूल्य पर खरीद सुनिश्चित करने के लिए भारत सरकार से खरीद अवधि बढ़ाने के लिए आग्रह किया था। इस निर्णय से प्रदेश के लाखों किसानों को लाभ मिलेगा।
गुहा ने कहा कि 5 जुलाई तक प्रदेश के 2 लाख 44 हजार 220 किसानों से 6 लाख 27 हजार 700 मीट्रिक टन की सरसों एवं चना की एमएसपी पर खरीद हुई है। जिसकी राशि 3392 करोड़ रूपये है। इसमें से 1 लाख 46 हजार 253 किसानों से 3.80 लाख मीट्रिक टन सरसों की खरीद की गई है। जिसकी राशि 2 हजार 71 करोड़ रूपये है। जबकि 97,967 किसानों से 2.47 लाख मीट्रिक टन चना की खरीद की गई है। जिसकी राशि 1321 करोड़ रूपये है।
उन्होंने बताया कि खरीद प्रक्रिया के तहत सरसों बेचान के लिए 2 लाख 2़9 हजार किसानों ने पंजीयन कराया है। जिसमें से 2 लाख 18 हजार 373 किसानों को दिनांक आवंटित कर दी गई है। जबकि चना बेचान के लिए 1 लाख 17 हजार 351 किसानों ने पंजीयन कराया था। उन सभी किसानों को दिनांक आवंटित कर दी गई है।
प्रमुख शासन सचिव ने बताया कि खरीद अवधि 10 दिवस और बढ़ने से किसान खरीद केन्द्रों पर अपनी उपज का बेचान 24 जुलाई तक कर सकेंगे। उन्हाेंने किसानों से आग्रह किया कि संबंधित खरीद केन्द्रों पर एफएक्यू मानकों के अनुरूप ही सरसों लेकर जाएं ताकि उनसे खरीद सुनिश्चित हो सके। प्रबन्ध निदेशक राजफैड उर्मिला राजोरिया ने बताया कि सरसों की खरीद के लिए नैफेड से बारदाना क्रय किया जा रहा है। राजफैड द्वारा पर्याप्त मात्रा में बारदाने की व्यवस्था की हुई है।