मुंबई. देश की दो सबसे बड़ी विमानन कंपनियों की समस्या अब लोगों पर भारी पड़ने लगी है। इन कंपनियों को मजबूरन अपनी करीब 150 उड़ानों को रद्द करना पड़ा है। इससे हवाई किराये आसमान छूने लगे हैं। जहां आर्थिक संकट से जूझ रही जेट एयरवेज रोजाना करीब 100 फ्लाइट कैंसल कर रही है. वहीं, देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो में पायलट की किल्लत है। मामले से जुड़े तीन लोगों ने बताया कि हवाई किराये करीब 60 फीसदी तक उछल गए हैं। चेन्नई और कोलकाता सहित कुछ छोटे शहरों के लिए खासतौर से किरायों में तेजी आई है। यात्रा डॉट कॉम में चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर शरत ढल ने कहा पिछले कुछ हफ्तों में किराये एकदम से बढ़े हैं। प्रमुख मार्गों पर अंतिम समय के किरायों में भारी बढ़ोतरी हुई है। तीन में से एक व्यक्ति ने कहा कि जेट एयरवेज के बेड़े में 123 विमान हैं। दिसंबर अंत तक इनमें से एक-तिहाई खड़े हो गए हैं। इसके चलते रोजाना 100 फ्लाइट रद्द हो रही हैं। इंडिगो ने बताया है कि वह अगले कुछ हफ्तों में रोजाना 30 फ्लाइट रद्द करेगी। लेकिन इंडस्ट्री के भीतर के लोगों को आशंका है कि यह संख्या 40 से अधिक हो सकती है।
दोनों एयरलाइंस सामान्य दिनों में रोजाना 1700-2000 फ्लाइट का परिचालन करती हैं
नाम न छापने की शर्त पर एक एयरलाइन के एक्जीक्यूटिव ने बताया कि किराये औसतन 25 फीसदी बढ़ चुके हैं। कुछ सेक्टरों में इनमें 60 फीसदी तक तेजी आई है। इसके अलावा रन-वे की मरम्मत के चलते मुंबई एयरपोर्ट से आने-जाने वाले यात्रियों को अलग तरह की दिक्कत हो रही है। मरम्मत का काम 30 मार्च तक चलेगा. यह भी फ्लाइट के कैंसल होने का कारण है। इसने भी किरायों में हवा
फूंकी है। दिल्ली-मुंबई मार्ग देश का सबसे ज्यादा बिजी रूट है।