जयपुर। जल संसाधन मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीया (Water Resources Minister Mahendrajit Singh Malviya) ने सोमवार को डूंगरपुर की ग्राम पंचायत गंधवापाल में भूतपूर्व सांसद एवं विधायक रतनलाल रोत की प्रतिमा का अनावरण किया। समारोह को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि विषम परिस्थितियों के बावजूद 62 साल पहले स्व. रतनलाल जी रोत ने आमजन की आवाज उठाई। आमजन के हितों और अधिकारों के लिए जमीन पर संघर्ष किया। उन दिनों में सुविधाएं कम थी, स्कूल और अस्पताल भी नहीं थे। इसके बावजूद भी उन्होंने ने कड़ी मेहनत की और आदिवासी क्षेत्र में आज जो विकास की खूबसूरत तस्वीर दिखाई देती है, वो रतनलालजी रोत जैसे वरिष्ठ जनप्रतिनिधियों की मेहनत का फल है।
आजादी की लड़ाई में पाल का अहम योगदान
मालवीया ने कहा कि आजादी की लड़ाई में पालों का अहम योगदान रहा। अंग्रेजों से लड़ने के लिए पालें बनाई गई थी। उस लड़ाई का परिणाम है कि हम सबको आजादी मिली। आज हमारे तन पर कपड़ा, पैरों में जूते, घर में अनाज, हर गांव में स्कूल-अस्पताल, सड़कें, एनिकट, तालाब, बिजली सहित सभी सुविधाएं हैं। आदिवासी क्षेत्र में विकास के कीर्तिमान स्थापित हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री गहलोत ने दी बचत, राहत और बढ़त की गारंटी
मालवीया ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 10 योजनाओं की गारंटी दी है। विभागों के अधिकारी-कर्मचारी गांवों में घर-घर तक जा रहे हैं। न्यूनतम 1 हजार रूपए पेंशन, घरेलू उपभोक्ताओं को 100 यूनिट और किसानों को 2 हजार यूनिट निःशुल्क बिजली, चिरंजीवी योजना में बीमारी के इलाज के लिए 25 लाख तक का इलाज निःशुल्क, दुर्घटना में मृत्यु होने पर 10 लाख की बीमा राशि, अन्नपूर्णा फूड पैकेट से महंगाई से राहत मिल रही है। वागड़ क्षेत्र के अधिकांश भाई मजदूरी के लिए गुजरात चले जाते थे। अब मनरेगा के तहत गांव में ही रोजगार मिल जाता है। अब गांवों में भी इंदिरा रसोई खुल रही हैं, जहां 8 रूपए में गुणवत्तापूर्ण भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। राखी पर बहन-बेटियों को फ्री मोबाइल की सौगात मिलेगी। इस अवसर पर स्थानीय जनप्रतिनिधगण और बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।