देशभर में मिसाल बनी मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना
जयपुर। बच्चे देश का भविष्य होते हैं, राजस्थान सरकार का लक्ष्य है कि राजकीय विद्यालयों, मदरसों एवं विशेष प्रशिक्षण केंद्रों में बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले। इसके साथ ही बेहतर पोषण भी मिले जिससे प्रदेश का भविष्य सुरक्षित और मजबूत हो। इसी सपने को साकार करने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 29 नवंबर, 2022 को मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना (Chief Minister Bal Gopal Yojana) का शुभारंभ किया। इस योजना का सफल संचालन एवं क्रियान्वयन पूरे देश में एक मिसाल बन गई है।
राजकीय विद्यालयों की तस्वीर बदली
मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना से राजकीय विद्यालयों की तस्वीर किस तरह बदली है इसकी एक बानगी जयपुर के विद्याधर नगर स्थिति महात्मा गांधी राजकीय अंग्रेजी माध्यम विद्यालय में देखने को मिलती है। यहां बच्चों को मिड डे मील के तहत सप्ताह में दो दिन गर्म, स्वादिष्ट व पौष्टिक भोजन के साथ ताजा दूध का भी वितरण किया जा रहा है।
140 मिलीलीटर एवं 200 मिलीलीटर दूध का वितरण
विद्यालय के प्राचार्य बच्चू सिंह धाकड ने बताया कि विद्यालय में अध्ययनरत कुल 888 विद्यार्थियों में से उच्च प्राथमिक स्तर के 633 विद्यार्थियों को सप्ताह में प्रत्येक बुधवार एवं शुक्रवार को मिड-डे-मीलमें दूध का वितरण किया जा रहा है। कक्षा 1 से 5 तक के विद्यार्थियों 140 मिलीलीटर एवं कक्षा 5 से 8 तक के विद्यार्थियों को 200 मिलीलीटर दूध का वितरण किया जा रहा है।धाकड ने बताया कि विद्यालय में आने वाले अधिकांश विद्यार्थियों के परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत ज्यादा मजबूत नहीं है, जिसके कारण बच्चों को बेहतर पोषण नहीं मिल पाता।
सप्ताह में 6 दिन दूध उपलब्ध करवाने की घोषणा
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना (Chief Minister Bal Gopal Yojana) की लोकप्रियता, सफलता एवं बेहतर क्रियान्वयन को देखते हुए बजट 2023-24 में विद्यार्थियों को सप्ताह में 6 दिन दूध उपलब्ध करवाने की घोषणा की है। अब राजकीय विद्यालयों, मदरसों एवं विशेष प्रशिक्षण केंद्रों पर आगामी 1 जुलाई, 2023 से सप्ताह में 6 दिन बच्चों को मिड-डे-मील योजना के तहत दूध वितरित किया जाएगा।