जयपुर। हार्पर कॉलिन्स इंडिया (HarperCollins India) ने 30 मार्च को जयपुर में अजय चौधरी द्वारा लिखित जस्ट एस्पायर – नोट्स ऑन टेक्नोलॉजी, एंटरप्रेन्योरशिप एंड द फ्यूचर (Ajay Chowdhary Just Aspire – Notes on Technology Entrepreneurship and the Future book) लॉन्च किया है। डॉ. चौधरी ने गुलाबी शहर में बुक लांच की और शहर के यूथ और टेक इनोवेटर्स के लिए बुक की प्रतियों पर हस्ताक्षर किए। यह बुक एचसीएल (1975 में भारत के शुरुआती स्टार्टअप्स में से एक) के फाउंडर में से एक डॉ. अजय चौधरी की उल्लेखनीय यात्रा को उजागर करती है, जिन्हें आज ‘हार्डवेयर के जनक’ के रूप में जाना जाता है। यह अद्भुत संकलन ‘एव्रीथिंग टेक्नोलॉजी’ को कवर करता है और इस क्षेत्र के सभी एस्पायरिंग यंग प्रोफेशनल्स के लिए एक बूस्टर डोज के रूप में काम करेगा।
भारत में डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स के पायनियर
उन्होंने भारत को अपना माइक्रो कंप्यूटर देने के सपने के साथ चार दशक पहले एक रोमांचक यात्रा शुरू की थी। भारत में डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स के पायनियर और आईटी इंडस्ट्री के तीन माइलस्टोन पीसी क्रांति, मोबाइल टेलीफोनी और सिस्टम इंटीग्रेशन पार कराएं। चौधरी, जिन्हें ‘भारतीय हार्डवेयर का जनक’ माना जाता है। उनके योगदान के लिए, उन्हें 2011 में भारत के राष्ट्रपति द्वारा भारत के तीसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार, पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।
50 से अधिक स्टार्टअप में निवेश
हाल के वर्षों में, डॉ. चौधरी स्टार्टअप्स को नर्चर और उनमें निवेश कर रहे हैं, व्यक्तिगत रूप से 50 से अधिक स्टार्टअप में निवेश कर रहे हैं और भारत में अपनी तरह के सबसे बड़े इंडियन एंजेल नेटवर्क के बोर्ड में काम कर रहे हैं। वह आईएएन फंड, इलेक्ट्रॉनिक्स डेवलपमेंट फंड और कैनबैंक वेंचर कैपिटल फंड की इनवेस्टमेंट कमेटी में भी हैं।
भारत की सॉफ्टवेयर इंडस्ट्री का जन्म
पुस्तक एक आकर्षक विवरण प्रस्तुत करती है कि कैसे भारत की सॉफ्टवेयर इंडस्ट्री का जन्म हार्डवेयर से हुआ। पाठकों को एंटरप्रेन्योरशिप, लीडरशिप, सेल्समैनशिप, संस्थानों और राष्ट्रों के निर्माण और बड़े सपने देखने और बदलाव लाने के लिए प्रेरित करने के लिए पर अमूल्य ज्ञान प्राप्त होगा। इस किताब से एक ऐसे व्यक्ति से सबक लेने को मिलेगा जो कि एंटरप्रेन्योर, स्पोर्ट्समैन, सेल्सपर्सन, इंजीनियर, एजुकेशनिस्ट, जैज़ प्रशंसक, सिंगर, और इन्वेस्टर आदि है। चौधरी भारतीय सेमीकंडक्टर मिशन (एमईआईटीवाई) के सलाहकार बोर्ड के सदस्य के रूप में, साइंस एंड टेक्नोलॉजी और इनोवेशन सेक्टर (नीति आयोग) के कंसल्टेशन ग्रुप के एक सम्मानित सदस्य के रूप में और सेमीकंडक्टर सेक्टर (नीति आयोग) के कमिटी सदस्य के रूप में भारत की विकास गाथा में योगदान देना जारी रखे हुए हैं।