नयी दिल्ली. इस दशक को टेकेड बनाने के प्रधानमंत्री के विज़न के साथ लिंग आधारित डिजिटल समावेश पर जी 20 (G20) के ध्यान देने के साथ ब्रिक्स चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री (BRICS Chamber of Commerce and Industry) की महिला इकाई ब्रिक्स सीसीआई वी ने वुमेन शेपिंग दि टेकेड थीम पर अपना तीसरा वार्षिक सम्मेलन एवं सम्मान समारोह आयोजित किया। ब्रिक्स चैबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ब्रिक्स एवं अन्य मित्र देशों के बीच व्यापार, वाणिज्य एवं उद्यमशीलता को प्रोत्साहित करने की दिशा में काम करता है।
असाधारण महिलाओं को सम्मानित किया
इस सम्मेलन में कुछ असाधारण महिलाओं को सम्मानित किया गया जिन्होंने टेकेड को आकार देने और विभिन्न क्षेत्रों में महिला उद्यमियों और नेताओं के प्रयासों को पहचान देने में एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है। दूरसंचार विभाग के पूर्व सचिव श्रीमती अरूणा सुंदराजन को विश्वस्तरीय नेशनल डिजिटल कम्युनिकेशन पॉलिसी , 2018 और भारत की 5 जी नीति का निर्माण करने के लिए लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया। इस सम्मेलन की लेसोथो किंगडम के उच्चायुक्त श्री थबाग लिनस खोलुमो ने भी शोभा बढ़ाई। अमेरिका, चीन और जांबिया के दूतावासों से प्रतिनिधि भी इस सम्मेलन में शामिल हुए। दिल्ली महिला आयोग की चेयरपर्सन स्वाति मालीवाल ने सम्मेलन के समापन समारोह को संबोधित किया। वहीं त्रिपुरा भवन में विशेष स्थायी आयुक्त सुश्री सोनल गोयल (आईएएस) ने भी इस सम्मेलन को अपने प्रेरणादायक शब्दों से संबोधित किया।
महिलाओं को सशक्त बनाने
भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के नेशनल हेल्थ मिशन में उपायुक्त डाॅक्टर जोया अली रिजवी, डीआरडीओ में महानिदेशक (उत्पादन समन्वय एवं सेवा संवाद) डाॅक्टर चंद्रिका कौशिक, सेइरोस की बोर्ड सदस्य डॉक्टर रतन दीप कौर वर्क और क्रिएटिव गैलीलियो की संस्थापक प्रेमा झुनझुनवाला को भी ट्रेलब्लेजर्स के तौर पर सम्मानित किया गया। समापन समारोह को संबोधित करते हुए दिल्ली महिला आयोग की चेयरपर्सन सुश्री स्वाति मालीवाल ने टेकेड में आगे बढ़ने के लिए महिलाओं के लिए एक सुरक्षित वातावरण के निर्माण की जरूरत पर बल दिया। ब्रिक्स सीसीआई वी की अध्यक्ष शबाना नसीम ने अपने उद्घाटन संबोधन में कहा, महिलावाद के बारे में चर्चा केवल महिलाओं को सशक्त बनाने के बारे में नहीं है। महिलाएं पहले से ही ताकतवर हैं और महिलाओं के प्रति विश्व के नजरिये में बदलाव की जरूरत है।
समग्र विकास की संभावना नगण्य
ब्रिक्स सीसीआई के चेयरमैन एवं महानिदेशक डॉक्टर बीबीएल मधुकर ने कहा, आइये एक ऐसे विश्व का निर्माण करें जहां महिलाएं महज टेक्नोलॉजी की उपभोक्ता ना होकर निर्माता एवं नवप्रवर्तक हों और उन बाधाओं को निरंतर दूर करें जिन्होंने महिलाओं को आगे बढ़ने से रोक रखा है ताकि हम हर किसी के लिए एक बेहतर भविष्य का निर्माण कर सकें। ब्रिक्स सीसीआई के वाइस चेयरमैन समीप शास्त्री ने कहा, जब तक हम रूढीवादी व्यवस्थाओं को खत्म नहीं करते जो महिलाओं को स्टेम में प्रवेश करने से रोक रही हैं, उनके समग्र विकास की संभावना नगण्य रहेगी। ब्रिक्स सीसीआई वी की संयोजक रूबी सिन्हा ने कहा महिलाओं को प्रेरित किया जाना चाहिए ताकि वे वे सृजनकर्ता, नवप्रवर्तक, नेता और पासा पलटने वाली के तौर पर इस टेकेड को आकार देने में अपनी छाप छोड़ सकें।
महिला उद्यमियों की उपलब्धियों को भी सम्मेलन में पहचान
ब्रिक्स सीसीआई नेटवर्क के भीतर और बाहर से उदीयमान महिला उद्यमियों की उपलब्धियों को भी इस सम्मेलन में पहचान दी गई। इनमें सनट्यूटी रिन्यूएबल एनर्जी इंडिया एलएलपी की निदेशक (परिचालन) सुश्री इमाम जावन, एंपीरीयल गैलेक्सी प्राइवेट लिमिटेड की सह संस्थापक एवं सीओओ स्वाति मेहता, अमानी की संस्थापक नरगिस भद्रा, नयी सुबह फाउंडेशन की संस्थापक सुश्री तारिणी मल्होत्रा, कोसेन रूफू डेंटल क्लिनिक से डेंटल सर्जन डॉक्टर प्रियंका अनुज सिद्धार्थ और ब्रांड रैडिएटर की प्रबंध निदेशक सुश्री हिमानी मिश्रा शामिल हैं।