Jaipur. दुनिया भर में कोक स्टुडियो (Coke studio) को मिली ज़बरदस्त सफलता के बाद कोका-कोला ने आज मुंबई में ‘कोक स्टुडियो इंडिया’ (Coke Studio India) के लॉन्च की घोषणा की। इस सीज़न में देश भर से 50 से अधिक कलाकार हिस्सा ले रहे हैं जो 10 से अधिक यादगार टैªक्स बनाने के लिए एक मंच पर इकट्ठा हुए हैं। भारतीय संगीत उद्योग बदलाव के दौर से गुज़र रहा है और जनरेशन ज़ी यानि आज की युवा पीढ़ी इस बदलाव को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। आज के युवा खुलकर अपनी भावनाओं की अभिव्यक्ति करना चाहते हैं, और संगीत की बात करें तो अनूठे, विविध एवं अर्थपूर्ण संगीत के विभिन्न रूपों को अपने प्रमाणिक रूप में पसंद करते हैं। कोक स्टुडियो (Coke studio) के इस सीज़न में भारत के दूर-दराज के इलाकों से उभरते कलाकार एवं अनुभवी कलाकार एकजुट हुए हैं, जो टैªक्स को अपनी अनूठी आवाज़ देंगे।
प्रतिभा के प्रदर्शन का मौका देगा
कोक स्टुडियो इंडियाः ‘अपना सुनाओ, इन प्रतिभाशाली कलाकारों को ऐसा मंच प्रदान करेगा, जिसके माध्यम से उन्हें भारत की कहानी सुनाने का अवसर मिलेगा, जो अपनी सांस्कृतिक जड़ों को बरक़रार रखते हुए संगीत के नए रूप को अपना रहा है। यह मंच देश के विभिन्न हिस्सों के कलाकारों को अपनी प्रतिभा के प्रदर्शन का मौका देगा जो विविध भाषाओं, विभिन्न संगीत उपकरणों के माध्यम से देश की समृद्ध इतिहास की कहानी बयां करेंगे और अपनी जादुई धुनों के साथ दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देंगे।
‘अपना सुनाओ’ नव भारत की भावना का जश्न
आज भारतीय कलाकार गर्व के साथ अपनी कहानी सुनाते हैं, जो न सिर्फ प्रमाणिक एवं सही मायनों में उनके क्षेत्र से ताल्लुक रखती है, बल्कि दुनिया भर के प्रशंसकों द्वारा सराही भी जाती है। ‘अपना सुनाओ’ नव भारत
की इसी भावना का जश्न मनाता है और अभिव्यक्ति की स्वतन्त्र आज़ादी एवं इसके मूल रूप पर आधारित है। अर्णब रॉय, वाईस प्रेज़ीडेन्ट, मार्केटिंग कोका-कोला इंडिया एवं दक्षिण-पश्चिम एशिया ने कहा, ‘‘कोक स्टुडियो दुनिया भर में सराहा जाने वाला एक मंच है जो हमेशा से प्रमाणित क्षेत्रीय संगीत को प्रोत्साहित करता है। भारत के विभिन्न क्षेत्रों से संगीत की परम्पराएं न सिर्फ भारतीय बल्कि दुनिया भर के दर्शकों को लुभाती हैं। कोक स्टुडियो इंडिया देश के विभिन्न हिस्सों की संस्कृति को कलाकारों के साथ जोड़ता है, जिनका संगीत उनकी अपनी जड़ों द्वारा परिभाषित होता है। वे इस सीज़न के असली सितारे हैं जो क्षेत्रीय संगीत पर विशेष रूप से ज़ोर देते हैं।’’