नई दिल्ली. फेडरेशन ऑफ सीड इंडस्ट्री ऑफ इंडिया (Federation of Seed Industry of India) एवं अलायंस फॉर एग्री इनोवेशन जेनेटिक इंजीनियरिंग एप्रेजल कमिटी (Alliance for Agri Innovation Genetic Engineering Appraisal Committee) द्वारा जीएम सरसों को अनुमति मिली है। एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर डॉ. शिवेंद्र बजाज ने बताया कि अभी तक भारत में अखाद्य बीटी कपास की फसल के ही वाणिज्यिक उत्पादन की अनुमति थी।
जीएम सरसों की किस्म विरोध का सामना
जीएम सरसों की किस्म, धारा मस्टर्ड हाईब्रिड (GM mustard variety Dhara Mustard Hybrid) को पूरी तरह से अप्रमाणिक और अवैज्ञानिक आधारों पर भारी विरोध का सामना करना पड़ा था। चूंकि जीएम सरसों को जीईएसी की तकनीकी निकाय से मंजूरी मिली है, जिससे साबित होता है कि यह खाद्य तेल मानवों द्वारा उपयोग किए जाने और पर्यावरण के लिए सुरक्षित है।