नई दिल्ली. केंद्र सरकार का fiscal deficit (राजकोषीय घाटा) अप्रैल-अक्टूबर में बढ़कर 7.58 लाख करोड़ रुपये हो गया है। यह घाटा साल भर के लक्ष्य का 45.6 फीसदी है। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में फिस्कल डेफिसिट 2021-22 के बजट अनुमान के 36.3 फीसदी पर रहा था।
देश के फिस्कल डेफिसिट में बढ़ोतरी
कंट्रोलर जनरल ऑफ अकाउंट्स (Controller General of Accounts) द्वारा बुधवार यानी 30 नवंबर को जारी आंकड़ों से पता चलता है कि देश के फिस्कल डेफिसिट में बढ़ोतरी हुई है। केंद्र ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए फिस्कल डेफिसिट का लक्ष्य 16.61 लाख करोड़ रुपये या फिर जीडीपी का 6.4 फीसदी रखा है। वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही यानी अप्रैल-जून की अवधि में केंद्र सरकार का फिस्कल डेफिसिट 3.52 लाख करोड़ रुपये रहा था। यह सरकार के पूरे साल के लक्ष्य का 21.2 फीसदी था। फिस्कल डेफिसिट सरकार के व्यय एवं राजस्व के बीच के अंतर को दर्शाता है।