नयी दिल्ली| करीब 42 करोड़ सक्रिय ऑनलाइन गेमर्स और 15 से 35 वर्ष की आयु के 50 करोड़ लोगों के डिजिटल माध्यम में समर्थ होने के साथ भारत विश्व में सबसे तेजी से बढ़ता बाजार बनने जा रहा है। भारत में गेमिंग उद्योग की भावी रूपरेखा पर परिचर्चा के लिए इस उद्योग के नामी पेशेवर और भागीदार एकत्रित हुए। भारत में गेमिंग के लिए वृद्धि के अगले चरण को 5 जी, क्लाउड गेमिंग, गेमिफिकेशन और मोबाइल डिवाइस से गति मिलेगी। कनेक्ट वर्ल्डवाइड बिजनेस मीडिया द्वारा यहां आयोजित इंडिया गेमिंग कॉनक्लेव 2020 के दूसरे संस्करण के दौरान परिचर्चा में यह बात सामने आई।
इस कॉनक्लेव में वर्ष 2022 से और इससे आगे के लिए इस उद्योग के विजन की रूपरेखा तैयार की गई जिसमें वैश्विक और घरेलू रूख को ध्यान में रखा गया और निकट भविष्य में इसके वैश्विक उद्योग में आने वाली बाधाओं को दूर करने की भारत की संभावनाओं पर ध्यान दिया गया। आईजीसी 2022 में उद्योग के विशेषज्ञों, नवप्रवर्तकों, गेमिंग प्रकाशकों, ओईएम, डेवलपर्स, गेमर्स, प्रभावशाली व्यक्तियों और विश्लेषकों ने प्रतिभाग किया और सीखने, विशेषज्ञता और अंतर्दृष्टि साझा करने के इस अवसर का स्वागत किया। इस आयोजन का विषय था “गेटिंग रेडी फॉर दी न्यू नॉर्मल – दी गेमिंग इंडस्ट्री इन 2022 वाट नेक्स्ट” जिसे मीडियाटेक, गेमजॉप, टेकआर्क और ऑल इंडिया गेमिंग फेडरेशन ने सहयोग प्रदान किया।
मीडियाटेक इंडिया के प्रबंध निदेशक अंकु जैन ने कहा, “यह गेमिंग कॉनक्लेव एक शानदार अनुभव रहा जिसका उद्देश्य भारतीय गेमिंग के लिए संदर्भ तय करना और इस जबरदस्त उद्योग के भविष्य के लिए रूपरेखा तैयार करना था। भारत में सबसे तेजी से बढ़ते क्षेत्रों में से एक गेमिंग मीडियाटेक के लिए एक प्रमुख क्षेत्र है और ओईएम के साथ हमारे सतत गठबंधन ने इस देश में सबसे अनूठे गेमिंग स्मार्टफोन को जन्म दिया है। आगे चलकर, हमारी आरएंडडी टीम मीडियाटेक हाइपरइंजन गेमिंग प्रौद्योगिकियों में नए उन्नयन की दिशा में काम कर रही है और हम 5 जी की ताकत की प्रतीक्षा कर रहे हैं जिससे भारतीय गेमिंग की संभावनाओं का पूर्ण दोहन हो सके।”