नई दिल्ली: वित्त विधेयक 2022 पर चर्चा के दौरान केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि रूस और यूक्रेन विवाद से आपूर्ति शृंखला बाधित होने के कारण ईंधन की कीमतों में तेजी आई है। चर्चा के बाद लोकसभा में वित्त विधेयक आज पारित हो गया। उन्होंने कहा कि भारत संभवत: एकमात्र देश है जिसने महामारी से प्रभावित अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए कोई नया कर नहीं लगाया है।
सरकार ने वित्त विधेयक 2022 में 39 संशोधन का प्रस्ताव किया है जिनमें से कुछ बदलाव क्रिप्टो करेंसी पर कराधान, जुर्माना और उपकर एवं अधिभार के मामले में आय की पुनर्गणना से संबंधित हैं।
उच्च मुद्रास्फीति पर विपक्ष की आलोचना का जवाब देते वित्त मंत्री ने देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के भाषण की याद दिलाई, जिसमें उन्होंने 1951 में महंगाई बढऩे के लिए कोरियाई युद्घ को जिम्मेदार बताया था। इसके बाद पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा 1970 में आयकर दरों में काफी बढ़ोतरी करने के निर्णय का भी हवाला दिया। वर्चुअल डिजिटल संपत्तियों या क्रिप्टो संपत्तियों पर सरकार के रुख को स्पष्ट करते हुए उन्होंने कहा कि इसे लेकर कोई भ्रम नहीं है… केंद्र इस मामले में जारी परामर्श प्रक्रिया पूरी होने के बाद अपना रुख बताएगा, तब तक हम इस पर कर और स्रोत पर कर कटौती (टीडीएस) की व्यवस्था लागू कर रहे हैं क्योंकि लोग इसका कारोबार कर रहे हैं और संपत्ति बना रहे हैं। टीडीएस पर वित्त मंत्री ने स्पष्ट किया कि यह कोई अतिरिक्त या नया कर नहीं है बल्कि लेनदेन पर नजर रखने के लिए इसे लगाया गया है। उन्होंने कहा कि टीडीएस जैसे विधायी उपायों से कर आधार बढ़ाने में मदद मिली है।