नई दिल्ली. देश की सबसे बड़ी विमानन कंपनी इंडिगो का परिचालन करने वाली प्रवर्तक कंपनी इंटरग्लोब एविएशन ने कहा कि कोविड संबंधी पाबंदियों के बाद बुकिंग में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। लेकिन महामारी से परेशान रही कंपनी को चालू वित्त वर्ष की तिमाही में अब तक का सबसे बड़ा घाटा झेलना पड़ा है। इंडिगो को अप्रैल-जून के दौरान 3,174 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है। कंपनी के लिए यह घाटे की लगातार छठी तिमाही है। वित्त वर्ष 2020-21 की चौथी तिमाही में इंडिगो को 1,147 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। कंपनी ने कहा कि कोरोनावायरस महामारी के कारण परिचालन प्रभावित होने से घाटा बढ़ा है। जून 2021 तक 277 विमानों के बेड़े का संचालन करने वाली इंडिगो को पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 2,844 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी की कुल आय 177.2 फीसदी बढ़कर 3,170 करोड़ रुपये रही। पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी की आय 1,143 करोड़ रुपये रही थी। वित्त वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही में विमानन कंपनी का कुल खर्च 59.2 फीसदी बढ़कर 6,334 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 3,986 करोड़ रुपये था।
इंडिगो के मुख्य कार्याधिकारी रणजय दत्ता ने कहा, ‘पहली तिमाही के वित्तीय नतीजे कोविड की दूसरी लहर से बुरी तरह प्रभावित रहे। मई और जून में हवाई यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या में भारी गिरावट आई थी। हालांकि संक्रमण के मामले कम होने से जुलाई और अगस्त के लिए बुकिंग में धीरे-धीरे सुधार देखा जा रहा है।