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अदाणी के शेयरों को बड़ी चपत

मुंबई। तीन विदेशी फंडों के खातों पर डिपॉजिटरी फर्म एनएसडीएल द्वारा रोक लगाए जाने की खबर से अदाणी समूह (adani group) की कंपनियों के शेयरों में आज जबरदस्त बिकवाली हुई। इन फंडों का अदाणी समूह की कंपनियों में अच्छा खासा निवेश है। कारोबार के दौरान अदाणी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) का शेयर 25 फीसदी और अदाणी पोट्र्स करीब 19 फीसदी तक लुढ़क गया था। समूह की चार अन्य कंपनियों के शेयर भी 5 फीसदी के निचले सर्किट तक फिसल गए। एक समय तो समूह के बाजार पूंजीकरण में 1 लाख करोड़ रुपये से भी ज्यादा की कमी आ गई थी।

बाजार पूंजीकरण करीब 54,000 करोड़ रुपये घट गया

जब अदाणी समूह (adani group) और विदेशी फंडों ने विदेशी फंडों ने स्पष्ट किया कि उनके खाते चल रहे हैं तो शेयर फिर उछल गए तथा घाटे की कुछ भरपाई हुई। बहरहाल समूह की छह सूचीबद्घ कंपनियों के शेयर 4.1 से 8.4 फीसदी तक गिर गए और समूह का बाजार पूंजीकरण करीब 54,000 करोड़ रुपये घट गया।

पूंजीकरण में 7 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का इजाफा

एनएसडीएल की वेबसाइट पर अलबुला इन्वेस्टमेंट फंड, क्रेस्टा फंड और एपीएमएस इन्वेस्टमेंट फंड को ‘अकाउंट लेवल फ्रीज’ श्रेणी में दिखाया गया है। अदाणी समूह (adani group) के शेयरों में इन फंडों का कुल 30,000 करोड़ रुपये के आसपास का निवेश है। एक खबर आई कि खबरों के अनुसार लाभार्थी स्वामित्व के विषय में पर्याप्त खुलासा नहीं करने के कारण धनशोधन निरोधक अधिनियम के तहत खातों पर रोक लगा दी गई है। बाजार विशेषज्ञों ने कहा कि खबर के बाद घबराहट में अदाणी समूह के शेयरों की बिकवाली शुरू हो गई। इन शेयरों में पिछले एक साल के दौरान 2.2 से 11.7 गुना तेजी आई है और इनके बाजार पूंजीकरण में 7 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का इजाफा हुआ है।

समूह की प्रतिष्ठा भी प्रभावित

अदाणी समूह (adani group) की कंपनियों ने स्टॉक एक्सचेंज को दी गई सूचना में कहा कि निवेशकों के खाते फ्रीज नहीं किए गए हैं। उन्होंने खबर को भ्रामक और जानबूझकर निवेशक समुदाय को भ्रमित करने वाला बताया। इसमें आगे कहा गया है कि खबरों की वजह से निवेशकों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा और समूह की प्रतिष्ठा भी प्रभावित हुई है।

अदाणी समूह 100 अरब डॉलर बाजार पूंजीकरण

विदेशी फंडों ने भी स्पष्ट किया कि उनके खाते सामान्य तरीके से चल रहे हैं। एपीएमएस इन्वेस्टमेंट फंड ने कहा, ‘फंड पर किसी तरह की रोक नहीं लगाई गई है और वह दुनिया भर में सामान्य तरीके से काम कर रहा है।’ फंड ने कहा कि खाते के स्तर पर फ्रीज तकनीकी मामला था और एफपीआई ट्रेडिंग गतिविधियों से इसका कोई लेना देना नहीं है। अलबुला इन्वेस्टमेंट (Albula Investments) ने भी कहा कि उसका फंड भारत और इसके बाहर पूरी तरह से परिचालन में हैं। अदाणी समूह के शेयरों में पिछले कुछ वर्षों से खासी तेजी आई है, जिससे यह बड़े कारोबारी समूह की जमात में शामिल हो गया है। इस साल की शुरुआत में अदाणी समूह 100 अरब डॉलर बाजार पूंजीकरण के साथ टाटा समूह (TATA group), एचडीएफसी समूह (HDFC group) और रिलायंस समूह (Reliance Group) के बाद देश का चौथा सबसे बड़ा कारोबारी समूह बन गया था।

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