नई दिल्ली। कोविड-19 (Covid-19) की एक के बाद एक लहरें महानगरों को हलाकान किए हुए हैं। ऐसे में अमीर तबके के लोग महफूज जगहों पर ‘दूसरा घर’ खरीदने की सोचने लगे हैं। वे अपने शहर के बाहरी इलाकों, मझोले शहरों, शहर में ही हरियाली के बीच खुली जगह वाले मगर भीड़भाड़ से दूर इलाकों या विदेश के उन शहरों में मकान खरीदने की जुगत में हैं, जहां कोरोना पर अच्छी तरह काबू पाया गया है।
कोविड से पहले के मुकाबले 15 से 20 फीसदी ज्यादा
रियल एस्टेट सलाहकार कंपनी जेएलएल इंडिया (Real Estate Advisory Company JLL India) में वरिष्ठ निदेशक ऋतेश मेहता (Ritesh Mehta) ने कहा, ‘मुंबई, दिल्ली, चेन्नई, बेंगलूरु जैसे शहरों में रहने वाले हमारे धनी ग्राहकों ने दूसरे घर के लिए कोविड से पहले के मुकाबले 20 से 30 फीसदी ज्यादा पूछताछ की हैं और दूसरी लहर की वजह से इसमें और बढ़ोतरी हो रही है। ज्यादातर अपने पहले घर से 40 से 300 किलोमीटर दूर ऐसा दूसरा घर तलाश रहे हैं, जो ज्यादा हरी-भरी जगह पर हो, ज्यादा खुला हो और ज्यादा सुरक्षित हो। शुरुआत में तो केवल पूछताछ हो रही थी मगर अब सौदे भी कोविड से पहले के मुकाबले 15 से 20 फीसदी ज्यादा हो रहे हैं।’
कोविड के बाद पूछताछ 30 से 40 फीसदी बढ़ी
एनारॉक प्रॉपर्टी कंसल्टेंट्स (Enarock Property Consultants) ने भी ऐसा ही रुझान पाया है। कंपनी के पास एनसीआर क्षेत्र में कोविड (Covid-19) के बाद पूछताछ 30 से 40 फीसदी बढ़ी हैं। मुंबई महानगर क्षेत्र और बेंगलूरु में भी यही स्थिति है। उदाहरण के लिए दिल्ली में छतरपुर और सुल्तानपुर में 10 से 100 करोड़ रुपये कीमत वाले फार्महाउस की ज्यादा मांग है। एनारॉक का कहना है कि कोविड से पहले हर महीने औसतन दो से तीन सौदे होते थे, जो कोविड के दौरान बढ़कर 10 से 12 हो गए।
महंगे मकान खरीदने वाले खरीदार अच्छे सौदे करने की कोशिश
कंपनी के चेयरमैन अनुज पुरी (Company Chairman Anuj Puri) ने कहा, ‘इस समय दूसरी लहर चल रही है, इसलिए हमें लगता है कि मांग बढ़ेगी। लॉकडाउन हटने के बाद महंगे मकान खरीदने वाले खरीदार अच्छे सौदे करने की कोशिश करेंगे।’ वह कहते हैं कि धनी लोगों की रियल एस्टेट खरीदारी के तरीकों में काफी बदलाव आया है। वह कहते हैं, ‘महामारी ने घर के मालिकों पर गहरा असर छोड़ा है और वे रहने के अपने विकल्पों पर नए सिरे से विचार कर रहे हैं। इसलिए उन्हें लगता है कि दूसरे घर की खरीदारी का विकल्प बना रहेगा।’