जयपुर। वरिष्ठ पत्रकार और ‘आजतक’ (Aajtak) के तेजतर्रार एंकर्स में शुमार रोहित सरदाना (anchor rohit sardana) का शुक्रवार को निधन हो गया है। कोरोना वायरस (Corona Virus) (कोविड-19) की चपेट में आने के बाद उन्हें गुरुवार को मेट्रो अस्पताल (Metro Hospital) में भर्ती कराया गया था, जहां शुक्रवार की सुबह उन्हें दिल का दौरा पड़ा और निधन (रोहित सरदाना corona death) हो गया। उनके परिवार में उनकी पत्नी और दो बेटियां हैं।
आजतक के प्राइम टाइम शो ‘दंगल’ के एंकर मुकाम हासिल
आजतक (Aajtak) के प्राइम टाइम शो ‘दंगल’ (aajtak Prime time show ‘Dangal’) के एंकर के तौर पर रोहित (anchor rohit sardana) ने टीवी एंकरिंग में वो मुकाम हासिल किया, जो बहुत कम लोगों को हासिल हुआ है। रोहित सरदाना (anchor rohit sardana) के निधन पर ‘जी न्यूज’ (Zee News) के एडिटर-इन-चीफ सुधीर चौधरी (Editor-in-Chief Sudhir Chaudhary) समेत तमाम वरिष्ठ पत्रकारों ने दिवंगत आत्मा को सद्गति और शोकाकुल परिवार को यह दुख सहन करने की शक्ति देने की ईश्वर से प्रार्थना की है।
देश के चर्चित मुद्दों पर डिबेट शो
मूल रूप से हरियाणा के कुरुक्षेत्र के रहने वाले सरदाना (anchor rohit sardana) ने अपनी माध्यमिक शिक्षा यहां के गीता निकेतन आवसीय विद्यालय से की। सरदाना मनोविज्ञान में स्नातक और गुरु जम्भेश्वर यूनिवर्सिटी से मासकॉम में पोस्ट ग्रेजुएट (परास्नातक) थे। न्यूज एंकर होने के साथ-साथ वे एक स्तंभकार भी थे। देश के चर्चित मुद्दों पर डिबेट शो के साथ-साथ वे उन पर अपनी कलम भी लगातार चलाते रहते थे।
ईटीवी के साथ पत्रकारिता करियर की शुरुआत
मार्च 2002 से जुलाई 2003 तक सरदाना (anchor rohit sardana) ने एक ट्रेनी कॉपी एडिटर के रूप में ईटीवी के साथ अपने पत्रकारिता करियर की शुरुआत की थी। ट्रेनी कॉपी एडिटर के तौर पर सरदाना ने एंकरिंग, कापी राइटिंग, एडिटिंग, प्रॉडक्शन और पोस्ट-प्रॉडक्शन वर्क की बारिकियों को सीखा। साल 2003 से 2004 तक वे ‘सहारा समय’ में असिसटेंट प्रड्यूसर के तौर रहे, लेकिन 2004 में वे जी न्यूज में आ गए थे और खुद को एग्जिक्यूटिव एडिटर और एंकर के रूप में स्थापित किया।
‘आकाशवाणी’ के लिए भी काम किया था सरदाना ने
‘ईटीवी’, ‘सहारा समय’ और ‘जी न्यूज’ के अतिरिक्त सरदाना ने ‘आकाशवाणी’ के लिए भी काम किया था। करियर के शुरुआत में उन्होंने कई अखबारों के लिए लेख भी लिखे थे। 2017 में ‘आजतक’ के साथ जुड़ गए थे और तब से वे यहीं थे। हिंदी, अंग्रेजी और हरियाणवी के अतिरिक्त वे गुजराती भी जानते थे। पत्रकारिता में बेहतरीन योगदान के लिए उन्हें बेस्ट न्यूज एंकर का ENBA अवॉर्ड (ENBA Award for Best News Anchor), माधव ज्योति सम्मान, सैनसुई बेस्ट न्यूज प्रोग्राम अवॉर्ड समेत कई पुरस्कारों से नवाजा जा चुका था।