जयपुर। कोविड-19 महामारी (Covid-19 pandemic) के बीच दवा, उच्च तकनीक और उपभोक्ता उत्पाद क्षेत्रों में बढ़ोतरी की बदौलत भारत में 2021 के दौरान वेतन बढ़ोतरी सात फीसदी रहने के आसार हैं, जो एशिया प्रशांत क्षेत्र में सबसे अधिक होगी। विलिस टावर्स वॉटसन के ताजा वेतन बजट योजना सर्वेक्षण के मुताबिक भारत में वर्ष 2021 में औसत वेतन बढ़ोतरी 6.4 फीसदी अनुमानित है। यह पिछले साल की माध्य बढ़ोतरी 7.5 फीसदी से कम है। वर्ष 2020 मे औसत बढ़ोतरी 5.9 फीसदी रही।
सर्वेक्षण अक्टूबर-नवंबर 2020 में ऑनलाइन किया गया
वेतन बजट योजना रिपोर्ट नैसडैक (Salary budget plan report nasdaq) में सूचीबद्ध विल्स टावर्स वॉटसन डेटा सर्विसेज प्रैक्टिस (Wills Towers Watson Data Services Practice) ने संकलित की है। यह सर्वेक्षण अक्टूबर-नवंबर 2020 में ऑनलाइन किया गया था, जिसमें 130 देशों में 18,000 लोगों की प्रतिक्रिया ली गई। वर्ष 2021 में माध्य वृद्धि के लिहाज से एशिया प्रशांत में भारत के बाद प्रमुख देशों में इंडोनेशिया (6.5 फीसदी), चीन (6 फीसदी), फिलिपींस (5 फीसदी), सिंगापुर (3.5 फीसदी), हॉन्ग-कॉन्ग (3 फीसदी) शामिल हैं। विल्स टावर्स वॉटसन इंडिया में सलाहकार प्रमुख (प्रतिभा एवं पुरस्कार) राजुल माथुर के मुताबिक हालांकि भारत में कंपनियां कोविड-19 संकट के आर्थिक नतीजों के लिए कदम उठा रही हैं, लेकिन कारोबारी सुधार की उम्मीद बढ़ी है।
उम्मीद वेतन बढ़ोतरी बजट में तब्दील नहीं हुई
हालांकि अभी यह उम्मीद वेतन बढ़ोतरी बजट में तब्दील नहीं हुई है। माथुर ने कहा, ‘वेतन बजट बीते वर्षों की तुलना में कम हैं, इसलिए कंपनियों के अहम एवं अधिक कुशल प्रतिभाओं को बनाए रखने पर पैसा खर्च करने को प्राथमिकता देने के आसार हैं। हम 2021 के दौरान प्रदर्शन के हिसाब से वेतन और कारोबारी उत्पादन आधारित वेतन पर अधिक जोर रहने की उम्मीद कर सकते हैं।’ भारत में वर्ष 2021 में वेतन में बढ़ोतरी तीन क्षेत्रों- दवा, उच्च तकनीक और उपभोक्ता उत्पाद की बदौलत रहने के आसार हैं। इन क्षेत्रों के तुलनात्मक रूप से बेहतर प्रदर्शन करने और अन्य क्षेत्रों से ज्यादा वेतन बढ़ोतरी की संभावना है।
सभी क्षेत्रों पर कोविड-19 के असर का स्तर अलग-अलग
विल्स टावर्स वाटसन इंडिया (Wills Towers Watson India) में निदेशक (रिवॉड्र्स) अ्िरवंद उसरेटी ने कहा, ‘सभी क्षेत्रों पर कोविड-19 के असर का स्तर अलग-अलग रहा है। आतिथ्य, विमानन, यात्रा एवं पर्यटन जैसे कुछ क्षेत्रों पर अन्य से ज्यादा चोट पड़ी है। दवा, एफएमसीजी, ई-कॉमर्स और उच्च तकनीक जैसे क्षेत्रों में वृद्धि हुई है और इसका पता उनकी 2021 की नियुक्ति योजनाओं और वेतन बजट से चलता है।’ इसके नतीजतन उच्च तकनीक, दवा और उपभोक्ता उत्पाद एवं खुदरा क्षेत्र में औसत वेतन बढ़ोतरी करीब आठ फीसदी अनुमानित है। यह सामान्य उद्योग के अनुमानित वृद्धि सात फीसदी से अधिक है।