नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve bank of India) (आरबीआई) की मौद्रिक नीति समिति (Monetary policy committee) की तीन दिन की बैठक शुरू हो चुकी है। माना जा रहा है कि मौद्रिक नीति समिति नीतिगत ब्याज दर को जस का तस रखते हुए अपना नरम रुख जारी रखेगी। बैठक में लिए गए फैसलों की घोषणा 5 फरवरी 2021 को की जाएगी।
बैठक बजट 2021 के तुरंत बाद होने के कारण ज्यादा अहम
बता दें कि मुख्य ब्याज दर के आधार पर ही सभी बैंकों और वित्तीय संस्थानों की जमा और लोन दरें तय की जाती हैं, लेकिन इस बार की बैठक (Monetary policy committee) बजट 2021 के तुरंत बाद होने के कारण ज्यादा अहम है। माना जा रहा है कि आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास बजट पर भी कुछ टिप्पणी कर सकते हैं। समिति में 6 सदस्य होते हैं। 3 सरकार के प्रतिनिधि होते हैं और 3 सदस्य आरबीआई का प्रतिनिधित्व करते हैं, जिनमें गवर्नर शक्तिकांत दास भी शामिल हैं।
महंगाई दर घटकर 4.59 फीसदी पर आ गई
दिसंबर 2020 के सरकारी आंकड़ों के मुताबिक खुदरा महंगाई दर घटकर 4.59 फीसदी पर आ गई है। नवंबर 2020 में खुदरा महंगाई दर 6.93 फीसदी थी। खुदरा महंगाई दर के आधार पर ही आरबीआई अपनी मुख्य ब्याज दर तय करता है। चूंकि महंगाई दर में कमी आई है, इसलिए ब्याज दर में बदलाव होने की उम्मीद कम है। अभी रिजर्व बैंक ने 5 अगस्त 2016 से 31 मार्च 2021 तक खुदरा महंगाई दर को औसत 4 फीसदी (2 फीसदी घट-बढ़ की गुंजाइश के साथ) तक सीमित रखने की नीति अपना रखी है।
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