नई दिल्ली। शेयर बाजार (Share bazar) ने मार्च के निचले स्तर से जोरदार वापसी करते हुए सभी की उम्मीदों को पीछे छोड़ दिया। विशेषज्ञों का कहना है कि 2021 कैलेंडर वर्ष शेयर बाजार (Share bazar) के मध्यम रह सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार अगले साल बाजार (Share bazar) मुख्य रूप से कोविड-19 और इसके टीके से जुड़े घटनाक्रम (Corona Vaccine), तेल की कीमतों, दुनिया भर के केंद्रीय बैंकों की नीतियां और अमेरिकी डॉलर (american Dollar) की चाल पर निर्भर करेगा। घरेलू स्तर पर कंपनियों की आय और अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए सरकार की नीतियों और मुद्रास्फीति की अहम भूमिका होगी।
021 में रिकॉर्ड ऊंचाई के साथ प्रवेश कर रहा…मध्यम रिटर्न का अनुमान
मध्यम रिटर्न का अनुमान इसलिए जताया जा रहा है क्योंकि बाजार (Share bazar) 2021 में रिकॉर्ड ऊंचाई के साथ प्रवेश कर रहा है। कुछ ब्रोकरेज घरानों ने 2021 के लिए निफ्टी 50 और सेंसेक्स के लक्ष्य का अनुमान लगाया है, जिसमें मौजूदा स्तर से 5 से 7 फीसदी बढ़त आने की संभावना जताई गई है। 2020 में बेंचमार्क सूचकांकों ने करीब 15 फीसदी का रिटर्न दिया है।
अगले साल स्थिर रिटर्न का संकेत
उदाहरण के लिए आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज (ICICI Securities) ने तेजी की स्थिति में निफ्टी 50 के 14,900 के स्तर पर पहुंचने का अनुमान लगाया है। आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज (ICICI Securities) के विनोद कार्की (Vinod Karki) और सिद्घार्थ गुप्ता (Siddharth Gupta) ने 22 दिसंबर को एक नोट में लिखा है, ‘अगर बाजार तेजी के दौर से औसत दायरे में आता है तो निफ्टी 13,500 के आसपास रह सकता है, जो अगले साल स्थिर रिटर्न का संकेत है।’ लेकिन अगर जोखिम बढ़ता है तो निफ्टी 50 11,600 के निचले स्तर को भी छू सकता है। कोरोना वायरस का नया स्वरूप सामने आने से जोखिम बढ़ा है लेकिन विश्लेषकों का मानना है कि टीका आने समस्या कम हो जाएगी और बाजार पर इसका प्रभाव तटस्थ हो जाएगा।