नगर परिषद ने क्षमता से अधिक भरा गायों को कांजी हाउस में, दो दिन में 6 बछड़ों की गई जान, कई गायों की हालत गंभीर.
नगर परिषद की लापहवाही से जयपुर के हिंगोनिया गौशाला जैसा केस ना हो जाए अलवर में.
रोहित शर्मा. अलवर. अलवर में सडक़ों पर घूमने वाली गायों को नगर परिषद कांजी हाउस में बंद कर रहा है और कांजी हाउस में गायों की क्षमता लगातार बढ़ती जा रही है। इसकी वजह से कई गाय जान गंवा चुकी है परंतु नगर परिषद को इससे कोई लेना-देना नहीं है। गौरतलब है कि अलवर में पिछले दिनों चले आवारा पशुओं को उठाने के अभियान में सैकड़ों गायों को पकड़ा गया था और सभी गायों को कांजी हाउस में रखा गया जिसकी वजह से 132 मवेशियों में से 6 बछड़े पिछले 2 दिनों के दौरान मर चुके हैं और बहुत सारी गाय जख्मी हालत में है। नगर परिषद के द्वारा एक तरफ ये आदेश भी निकाला जा चुका है कि गायों के मालिक अगर 7 दिन के भीतर नगर परिषद से छुड़ाकर गायों को नहीं ले जाते हैं तो आठवें दिन उन्हें बानसूर की गौशाला भेज दिया जाएगा परंतु पिछले 20 दिनों से नगर परिषद के द्वारा एक भी गाय को गौशाला नहीं भेजा गया है । सूत्रों के अनुसार नगर परिषद के द्वारा जिन ट्रकों में गाय भेजी जाती हैं उनका करीबन 80000 का भुगतान नगर परिषद द्वारा नहीं किया गया। अब इन सब की वजह से मासूम गायों की जान पर आ पड़ी है। नगर परिषद के अधिकारियों से जब कॉरपोरेट पोस्ट ने बात की तो अधिकारियों ने अपना पल्ला झाड़ लिया और बताया कि गायों को कांजी हाउस में रखने के आदेश आयुक्त से मिले हैं।