अहमदाबाद। एंटी-डंपिंग ड्यूटी और हॉट रोल्ड स्टेनलेस स्टील कॉइल के आयात (Stainless steel coil import) पर लगाए गई काउंटरवेलिंग ड्यूटी (Countervailing duty) ने भारत के स्टेनलेस स्टील डाउनस्ट्रीम उद्योगों के लिए कच्चे माल को महंगा बनाकर असंतुलन पैदा कर दिया है। इससे एसएमएसई उद्योग (smse industries) को तैयार स्टेनलेस स्टील (Stainless steel) उत्पादों के आयात पर दोहरी चोट का सामना करना पड़ा है।
स्टेनलेस स्टील पाइप और ट्यूब बनाने में 500 से ज्यादा एमएसएमई
क्रोमनी स्टील्स (Chromani Steels) के निदेशक प्रतीक शाह (Prateek Shah) ने कहा कि कि भारत में स्टेनलेस स्टील पाइप (Stainless steel Pipe) और ट्यूब (Stainless steel Pipe) बनाने में 500 से ज्यादा एमएसएमई (MSME) हैं, जिससे प्रति महीने एक हजार करोड़ राजस्व का उत्पादन होता है वहीं 2 लाख से अधिक लोगों को रोजगार प्रदान करता है। ये निर्माता दोहरे झटके से प्रभावित हैं। एक ओर एचआर कॉइल पर आयात शुल्क ने कच्चे माल की कीमतों को निषेधात्मक रूप से महंगा बना दिया है, जबकि दूसरी ओर, उपयोगकर्ताओं ने तैयार माल के आयात पर अधिक भरोसा करना शुरू कर दिया है जो किसी भी प्रतिबंध के अभाव में अपेक्षाकृत सस्ते होते हैं।
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