बिजली विभाग के 40 हजार कर्मचारी 17 से हड़ताल पर, फॉल्ट हुआ तो रहना पड़ेगा अंधेरे में
जयपुर. राजस्थान में 17 सितंबर से बत्ती गुल हो सकती है। इसके पीछे वजह है कि बिजली विभाग के इंजीनियर और तकनीकी कर्मचारियों कई जायज मांगों को लेकर हड़ताल पर है। कर्मचारियों का कहना है कि सरकार उनकी मांगे नहीं मान रही है। गौरतलब है कि पिछले 10 सालों से राजस्थान डिस्कॉम्स, प्रसारण और उत्पादन के तकनीकी कर्मचारी जायज मांगों को सरकार के द्वारा नहीं माना जा रहा है जिसकी वजह से राजस्थान डिस्कॉम्स, प्रसारण और उत्पादन के तकनीकी कर्मचारी और कनिष्ठ अभियंता वेतन विसंगति की मांग को लेकर लड़ाई लड़ रहे हैं। 1989 का सुप्रीम कोर्ट का आदेश देखा जाए तो तकनीकी कर्मचारियों को पे स्केल नंबर 3 देने की बात कही गई है लेकिन मूकदर्शक और अंधी, बहरी सरकार ना तो किसी राजनेता की सुनने को तैयार है और ना ही कर्मचारी व अधिकारियों की। इसको देखते हुए राजस्थान विद्युत विभाग के सभी कनिष्ठ अभियंताओं और तकनीकी कर्मचारियों ने 17 तारीख से महापड़ाव तथा हड़ताल करने की चेतावनी दी है। पहले सभी संगठन अपनी लड़ाई अलग-अलग लड़ते थे लेकिन राजस्थान सरकार से परेशान होकर सभी अधिकारी व कर्मचारी व कर्मचारी अब संघर्ष समिति ने पहले ही चेता दिया है कि 17 तारीख से अगर राजस्थान में बिजली सप्लाई बाधित हुई तो सम्पूर्ण जिम्मेदारी राजस्थान सरकार तथा विद्युत विभाग की होगी।